यूपी में कारगार रहा सीएम योगी का कोरोना मॉडल, तीसरी लहर के लिए भी प्रदेश सरकार सख्त
लखनऊ: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ का फॉर्मूला बेहद कारगर साबित हो रहा है। ट्रैक, टेस्ट एंड ट्रीट के फॉर्मूला से प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की सेकेंड स्ट्रेन काफी नियंत्रण में है। साथ ही, कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए भी योगी सरकार ने अभी से ही कमर कस ली है। जिसके लिए अस्पतालों में जोरो-शोरों से सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। सीएम योगी की 3 टी निति से आज सबसे अधिक आबादी वाले प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले 165 ही रह गए हैं वहीं एक्टिव केस की संख्या अब तीन हजार से कम हो गई है। प्रदेश की कोविड रिकवरी रेट अब 98.5 फीसदी हो गई है।
बता दें, यूपी में अब तक पांच करोड़ 78 लाख 44 हजार 27 कोरोना की जांचें की जा चुकी हैं। और अगर पिछले 24 घंटों की बात करें तो प्रदेश में दो लाख 57 हजार 818 कोरोना की जांच की जा चुकी है। सीएम योगी आदित्यनाथ के मॉडल से प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार काफी थम गई है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है।
यूपी में तीसरी लहर से कोई नुकशान ना हो इसीलिए योगी सरकार अभी से ही सतर्कता बरत रही है। दूसरे राज्यों में डेल्टा प्लस के केस मिलने पर सीएम ने आलाअधिकारियों को प्रदेश में अधिक सर्तकता बरतने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, राज्य में कोरोना वायरस की जांच के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा का विस्तार किया है। सरकार ने प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग के दायरे को बढ़ाते हुए बीएचयू, केजीएमयू, सीडीआरआई, आईजीआईबी, राम मनोहर लोहिया संस्थान में जीनोम परीक्षण की व्यवस्था की है।