विश्व पर्यावरण दिवस पर पीएम मोदी ने देश को दिया ये संदेश
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस पर अपने संदेश कहा कि यह दिन हमारे पर्यावरण की सुरक्षा और बेहतर ग्रह पोषण के लिए हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का सही समय है। अपने संदेश में प्रधान मंत्री ने पर्यावरण की रक्षा के लिए काम करने वाले सभी व्यक्तियों और संगठनों की इच्छा और दृढ़ संकल्प को सलाम किया है।
विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रधानमंत्री ने भारत को कुछ यूं दिया संदेश…
यह दिन हमारे पर्यावरण की सुरक्षा और बेहतर ग्रह पोषण के लिए हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का सही समय है।
हम पर्यावरण की रक्षा के लिए काम करने वाले सभी व्यक्तियों और संगठनों की इच्छा और दृढ़ संकल्प को सलाम करते हैं।
इस साल का विषय ‘प्रकृति से लोगों को जोड़ो’ लोगों को खुद से हम सब से जुड़े होने की सीख देता है।
बताते चलें कि प्रधानमंत्री कार्यालय से एक दिन पहले ही घोषणा कर दी गई थी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुबह 11 बजे विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम में भाग लेंगे। यह कार्यक्रम पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया है। इस वर्ष के कार्यक्रम का विषय ‘बेहतर पर्यावरण के लिए जैव ईंधन को बढ़ावा देना’ है। इस कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री भारत में 2020-2025 के दौरान इथेनॉल सम्मिश्रण से संबंधित रोडमैप के बारे में विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट” जारी करने जा रहे हैं। विश्व पर्यावरण दिवस मनाने के क्रम में, भारत सरकार तेल कंपनियों को एक अप्रैल 2023 से इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल को इथेनॉल की 20 प्रतिशत तक की प्रतिशतता के साथ बेचने; और उच्च इथेनॉल मिश्रणों ई-12 और ई-15 से संबंधित बीआईएस विनिर्देश के बारे में निर्देश देते हुए ई-20 अधिसूचना जारी कर रही है।
इन प्रयासों से अतिरिक्त इथेनॉल आसवन क्षमता स्थापित करने में सुविधा होगी और देशभर में मिश्रित ईंधन उपलब्ध कराने के लिए समयसीमा प्रदान की जाएगी। इससे वर्ष 2025 से पहले इथेनॉल उत्पादक राज्यों और आसपास के क्षेत्रों में इथेनॉल की खपत बढ़ाने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री पुणे में तीन स्थानों पर ई 100 के वितरण स्टेशनों की एक पायलट परियोजना का शुभारंभ कर रहे हैं। प्रधानमंत्री इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल और संपीड़ित बायोगैस कार्यक्रमों के तहत किसानों के प्रत्यक्ष अनुभवों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए उनसे बातचीत भी करेंगे।