पटना। लोजपा के प्रदेश नेता अनिल उरांव की अपहर्ताओं ने हत्या कर दी। उसका शव रविवार सुबह केनगर थाना क्षेत्र के झुन्नी इस्तंबरार के डंगराहा गांव में मिला। अपहरणकर्ताओं ने उनके परिजन से 10 लाख की फिरौती मांगी थी। फिरौती की रकम मिलने के बाद भी उन्होंने अनिल की हत्या कर दी।
उधर, अनिल उरांव की हत्या पर चिराग पासवान ने दुःख जताया है। उन्होंने फेसबुक पर लिखा, लोजपा आदिवासी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष व मनिहारी विधानसभा से लोजपा के प्रत्याशी रहे प्रिय अनिल उरांव अब हम सब के बीच नहीं है। अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गई है। उनके अपहरण के बाद से ही मैं दो जिले के पुलिस अधीक्षक से संपर्क में था ताकि किसी तरह उनकी जान बच सके लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
कई वर्षों से अनिल पार्टी के साथ जुड़ कर काम कर रहे थे। 2015 विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने नीतीश सरकार की गलत नीतियों का जम कर विरोध किया था और बिहार फर्स्ट के साथ मनिहारी विधान सभा से चुनाव लड़ा और 20 हजार वोट प्राप्त किए थे।
अनिल मृदुलभाशी के साथ बेहद मिलनसार व्यक्तित्व के धनी रहे है। उनकी हत्या ने फिर बिहार में कानून की हकीकत बयान की है। इस दुःख कि घड़ी में मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ और ईश्वर से कामना करता हूँ कि प्रभु उनके परिजनो को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।