लखनऊ: 98 रुपए की कीमत वाले इंजेक्शन पर रेमिडेसिवीर का लेबल लगाकर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 5 गिरफ्तार
लखनऊ: कोरोना से संक्रमित मरीजों के इलाज में कारगर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की खबरें जगह-जगह से आ रही हैं। इसी कड़ी में अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने नकली लेबल लगाकर रेमडेसिविर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है।
डीसीपी वेस्ट देवेश पांडे, एडीसीपी राजेश कुमार श्रीवास्तव के दिशा निर्देशन व एसीपी कैसरबाग पंकज श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में अमीनाबाद पुलिस ने कालाबाज़ारी करने वालो पर शिकंजा कस लिया है। यह गिरोह बुरे वक्त में लोगो की मजबूरी का फायदा उठा कर नकली इंजेक्शन 15 से 20 हज़ार में बेच रहा था।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि यह गिरोह 700 से ज्यादा फर्जी रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचकर लोगों को ठग चुका है और मरीजों की जान को भी संकट में डाल चुका है। यह गिरोह 98 रुपये के PPT 4.5 GM इंजेक्शन पर रेमडेसिविर इंजेक्शन का लेबल लगाता था।
मनीष तिवारी उर्फ तपन, विकास कुमार दीक्षित, मोहित पांडे, प्रवीण वर्मा, सुफियान नामक 5 दरिंदो को इंस्पेक्टर अमीनाबाद आलोक कुमार राय के नेतृत्व में पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है । इसके साथ ही 240 PIP T 4,5 GM inj पैकेट, 59 रेमिडेसिवीर की शीशी, 4224 रेमिडिसिवीर इंजेक्शन के लेवल, 81840 रुपए नकदी, व एक मोटरसाइकिल पुलिस ने बरामद किया है।