कोविड से रिकवर हो चुके लोगों में मौत का ज्यादा खतरा, नयी स्टडी में खुलासा
नई दिल्ली: अगर आप कोरोना से ठीक भी हो चुके हैं तो भी अगले 6 महीने तक रूप से मौत का जोखिम ज्यादा रहता है। इनमें वह लोग भी शामिल हैं, जिनमें हल्के लक्षण थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी थी। यह कथित दावा नेचर मैगजीन में प्रकाशित हुई रिसर्च रिपोर्ट में किया गया है।
अमेरिका के वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ मेडिसिन के अध्ययनकर्ताओं ने ने कोरोना से जुड़ी तमाम बीमारियों की एक सूची भी उपलब्ध कराई है जिससे महामारी के कारण लंबे समय में होने वाले परेशानियों की एक बड़ी तस्वीर भी उभरती है।
उन्होंने पुष्टि की कि शुरू में महज सांस के रोग से जुड़े एक विषाणु के तौर पर सामने आने के बावजूद दीर्घकाल में कोविड-19 शरीर के लगभग हर अंग-तंत्र को प्रभावित कर सकता है। इस अध्ययन में करीब 87000 कोविड-19 मरीज और करीब 50 लाख अन्य मरीजों को शामिल किया गया जो इससे उबर चुके थे।
अध्ययन के वरिष्ठ लेखक और मेडिसिन के सहायक प्रोफेसर जियाद अल-अली कहते हैं, ‘हमारे अध्ययन में यह सामने आया कि रोग का पता लगने के 6 महीने बाद भी कोविड-19 के मामूली मामलों में मौत का जोखिम कम नहीं है और बीमारी की गंभीरता के साथ ही बढ़ता जाता है।’
अल-अली कहते हैं, ‘चिकित्सकों को उन मरीजों की जांच करते हुए निश्चित रूप से सजग रहना चाहिए जो कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हों। इन मरीजों को एकीकृत, बहुविषयक देखभाल की जरूरत होगी।’