अपराध के डॉक्टर का सहारा अस्पताल के पीछे हुआ एनकाउंटर
लखनऊ| लखनऊ पुलिस ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपी गिरधारी विश्वकर्मा उर्फ़ डॉक्टर को सोमवार को मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस उसे सोमवार तड़के अजीत सिंह हत्या में प्रयुक्त असलहा बरामदगी के लिए सहारा हॉस्पिटल के पीछे खरगापुर क्रॉसिंग के पास लेकर पहुंची। इसी बीच वो इंस्पेक्टर उस्मानी को धक्का देकर उनकी पिस्टल लेकर भागने लगा।
जॉइंट पुलिस कमिश्नर ने बताया, असलहे की तलाशी के लिए आरोपी को लगाया गया था। इस दौरान उसने एक पुलिसकर्मी को धक्का और असलहा छीनकर भागने लगा। पुलिस ने उसका पीछा किया। इस दौरान आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग भी की जिसमें एक घायल हो गया। जॉइंट पुलिस कमिश्नर ने बताया, ‘उसे सरेंडर करने को कहा गया लेकिन उसने फिर गोली चला दी, जवाबी फायरिंग में वह घायल हो गया| तत्काल सरकारी गाड़ी द्वारा राम मनोहर लोहिया अस्पताल के इमरजेंसी में भेजा गया लेकिन वहां इलाज के दौरान गिरधारी की मृत्यु हो गई। इस दौरान अख्तर सईद उस्मानी, अनिल सिंह, चन्द्रशेखर चोटिल हुए हैं।
बीती छह जनवरी की रात विभूतिखंड क्षेत्र में कठौता चौैराहे के पास मऊ जिले के गोहना के पूर्व जेष्ठ प्रमुख अजीत सिंह और उसके साथी मोहर सिंह पर शूटरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं। अजीत को 25 गोलियां मारी गई थीं। मामले में मोहर सिंह की तहरीर पर आजमगढ़ के कुंटू सिंह, अखंड सिंह, शूटर गिरधारी समेत छह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस अब तक मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, मुख्य शूटर गिरधारी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था।