कहा जाता है कि गर्भवती महिलाओं को कोई धुम्रपान नहीं करना चाहिए। इससे होने वाले शिशु पर बुरा असर पड़ता है, लेकिन उसके पिता को भी धुम्रपान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से होने वाली संतान पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है। जिसके कारण वह बहुत ही कमजोर हो सकता है।
एक रिसर्च के अनुसार अगर गर्भावस्था के समय पिता धुम्रपान का सेवन करता है, तो उसकी होने वाली संतान नपुंसक पैदा होगी। इसका कारण है स्पर्म काउंट की संख्या कम हो जाना और गुणवत्ता में कमी आएगी जिससे 50 प्रतिशत तक की कमी हो सकती है।
धूम्रपान के कारण निकोटिन के संपर्क में रहने वाले बच्चे में स्पर्म काउंट के 51 प्रतिशत कम हो जाता हैं जबकि इसकी गतिशीलता 41 प्रतिशतता कम हो जाती हैं। इस वजह से होने वाले बच्चे को निकोटिन यानि ध्रूमपान से दूर रखना चाहिए नहीं तो उसके स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ेगा और वो नामर्द पैदा होगा।