आखिर बैठकर ही क्यों पेशाब करते हैं मुस्लिम लोग, कारण जानकर हैरान रह जाएंगे
नई दिल्ली। आपने अक्सर देखा होगा कि मुस्लिम लोग बैठकर पेशाब करते हैं। आपके मन में भी ये सवाल जरूर उठा होगा कि आखिर वो ऐसा क्यों करते हैं। इस बारे में आपको कई लोगों ने अपने अनुसार सुनी सुनाई कई तरह की बाते बताई होंगी जो ज्यादातर गलत ही होती हैं। तो आइये आज हम आपको बताते हैं कि काहिर मुस्लिम लोग बैठकर पेशाब क्यों करते हैं। इसके दो मुख्य कारण हैं।
पहला कारण
इस्लाम धर्म में पेशाब को अशुद्ध माना गया है। अगर वो खड़े होकर पेशाब करते हैं तो पेशाब की बूंदें कपड़ पर गिरने की सभावना बढ़ जाती है। ऐसे में मुस्लिम भाई नमाज और धार्मिक किताब कुरान भी नहीं पढ़ सकते। पानी से धो लेने पर वह कपड़ा शुद्ध हो जाता है। पर बैठ कर पेशाब करने से पेशाब ज्यादा नहीं झलकता जिस कारण कपड़ा अशुद्ध होने से बच जाता है।
दूसरा कारण
इस्लाम धर्म में अपने प्राइवेट हिस्सों को एक्सपोज़ करना पाप माना जाता है। इसलिए इसका पर्दा करना बहुत जरूरी होता है। जब एक इंसान बैठकर पेशाब करता है तो उसका प्राइवेट हिस्सा छिपा रहता है। इसीलिए मुस्लिम लोग बैठकर पेशाब करते करते हैं।
वैसे एक लेख के अनुसार, खड़े होकर पेशाब करने का तरीक़ा ख़राब होता है। इसमें कहा गया है कि खड़े होकर पेशाब करने से रज-तम तरंगें इकट्ठा होकर नीचे पैर की तरफ़ बढ़ने लगती हैं। पैरों में नकारात्मक ऊर्जा इकट्ठा होने के कारण पाताल से निकलने वाली कष्टदायक तरंगें पैरों के रास्ते शरीर में तेज़ी से आ सकती हैं।
यह ज़मीन से जुड़ी काली शक्तियों के प्रवाह को भी सक्रिय कर देता है जो किसी आदमी के पूरे शरीर को रज-तम तरंगों से भर देता हैं। यह सारी बातें ‘डेली कंडक्ट एंड द साइंस अंडरलाइंग इट्स एक्ट’ लेख में कही गई हैं।