ऑर्गन डोनेशन पर दूसरा कोलेबोरेटिव कॉन्क्लेव संपन्न
नई दिल्ली, 1 दिसम्बर (आईएएनएस)| एनजीओ पराशर फाउंडेशन तथा विजया गुजराल फाउंडेशन की पहल-ऑर्गन (ऑर्गन रिसीविंग एंड गिविंग अवेयरनेस नेटवर्क) ने नोटो (नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइनेशन) के सहयोग से अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में सफदरजंग अस्पताल के नोटो ऑफिस में दूसरी कॉलेबोरेटिव कॉन्क्लेव का सफल आयोजन किया।
ऑर्गन इंडिया का ढ़ विश्वास है कि भारत में सभी एनजीओ की मिश्रित ताकत देश के सभी कोनों में अंगदान के संबंध में जागरूकता फैलाने के लिए मिलकर काम करें। यह आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका है। विभिन्न भागीदारों के सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए अंगदान के लिए पहला सहयोगी सम्मेलन नई दिल्ली में 1 दिसंबर, 2016 को आयोजित किया गया था।
2016 में आयोजित यह सम्मेलन अपनी तरह का पहला सम्मेलन था, जहां नोटो और 14 गैर-सरकारी संगठनों ने एक मंच पर आकर अंगदान के क्षेत्र में विभिन्न संस्थाओं की ओर से सामने आ रही समस्याओं के समाधान के लिए अपने मौजूदा ढांचे, एजेंडे, कार्य योजना और चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया। इस सम्मेलन को काफी सफलता मिली। सम्मेलन में एनओटीटीओ, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, विभिन्न एनजीओ, और ट्रांसप्लांट कॉर्डिनेटर्स के 50 प्रतिनिधियों ने पूरे भारत से भाग लिया।
इसके फॉलोअप के रूप में ऑर्गन डोनेशन पर दूसरा सहयोगी सम्मेलन इस साल आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में देश भर के 20 से ज्यादा एनजीओ को आमंत्रित किया गया। सफदरजंग अस्पताल के नोटो ऑफिस में हुए इस सम्मेलन में 16 एनजीओ ने भाग लिया।
सम्मेलन में उड़ीसा, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, असम, दिल्ली और मध्य प्रदेश के प्रतिनिधि काफी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कर्नाटक और कलकत्ता के एनजीओज ने कॉन्क्लेव में भाग नहीं लिया, लेकिन उन्होंने इस सम्मेलन में अपना प्रतिनिधिमंडल और सवाल-जवाब भेजे। सम्मेलन में भाग लेने वाले एनजीओ में ऑर्गन इंडिया, डोनेट लाइफ, मोहन फाउंडेशन, शाइन इंडिया फाउंडेशन, मुस्कान ग्रुप, ए मिलियन प्लेजेस, दधीचि देहदान समिति, किडनी फेडरेशन ऑफ इंडिया, एपेक्स किडनी फांउडेशन और शतायु समेत अन्य गैर सरकारी लोकोपकारी संगठनों ने भाग लिया।
ऑर्गन इंडिया की सह-संस्थापक और पराशर फाउंडडेशन की ट्रस्टी अनिका पाराशर ने सम्मेलन का संचालन किया। सुनयना सिंह (सह-संस्थापक एवं सीईओ, ऑर्गन इंडिया), डॉ. विमल भंडारी (निदेशक, नोटो), डॉ. अनिल कुमार (स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के उप-महानिदेशक तथा नेशनल ऑर्गन ट्रांसप्लांट प्रोग्राम ऑफिसर) और नोटो के समन्वयक डॉ. सुरेश बधन कॉन्क्लेव में सभी एनजीओ के साथ उपस्थित थे।
सम्मेलन में सभी एनजीओ को साल 2016-17 के लिए अपनी समान उपलब्धियां पेश करने के लिए कॉमन प्लेटफॉर्म मिला। सम्मेलन का मुख्य मकसद अंगदान और प्रत्यारोपण के मामले में एनजीओज के सामने आ रही चुनौतियों का मुकाबला करना, एनजीओ के बीच सूचना का आदान-प्रदान करना और 2017-18 के लिए नोटो के साथ मिलकर नए एजेंडे का निर्माण करना था। इसका मकसद समान उद्देश्यों पर ध्यान केंद्रित करना और भारत के सभी भागों में लाखों लोगों तक पहुंचने के लिए मिश्रित नेटवर्क का इस्तेमाल करना था।
सम्मेलन में इस साल के लिए तय किए गए लक्ष्यों पर विचार-विमर्श किया गया। इन लक्ष्यों मे एनजीओ के पोर्टल की सार्थकता, देश भर में कॉमन डोनर कार्ड की जरूरत, प्रसार के लिए बेहतर सहायक नए युग के संचार उपकरणों की जरूरत, नेशनल स्वैप ट्रांसप्लांट रजिस्ट्री की जरूरत, अंगदान को लेकर स्कूली बच्चों में जागरूकता फैलाने के अलावा एनजीओ के लिए फंडिंग की जरूरत पर बल दिया गया।