मच्छर भगाने वाले रैकेट से बच्चों को रखें दूर, हो सकता है कैंसर
अक्सर हम अधिक रेट पर मिलने वाले सामानों से दूर भागते है क्यूंकि हमें वही चीज़ कम रेट पर दूसरी जगह मिल जाती है, पर ध्यान रहे, क्यूंकि कभी-कभार सेम रेट पर मिलने वाली चीज़ों की गुणवत्ता सेम नहीं रह जाती। उनमें फर्क आ जाता है तब वह चीज़ इस्तेमाल करने के लिए योग्यपूर्ण नहीं रह जाती । चाइना के अधिकतर मालों की भी यही कहानी है।
हैदराबाद की लैब ‘सेंटर फॉर इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नॉलजी’ का कहना है कि चीन से आयात किए जाने वाले मच्छर भगाने वाले रैकेट के विभिन्न हिस्सों में लेड का उपयोग किया गया है।
यूँ तो इस तरह के उपकरणों में लेड की मात्रा 1000 पीपीएम तक तय की गई है जबकि चीन से आयात होने वाले रैकेट में यह मात्रा 3000 से 82000 पीपीएम तक बढ़ा दी जाती है। ऐसे में अगर बच्चे इस रैकेट को मुहं में छुआते है या पकड़ते है, तो उनके स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड़ सकता है।
क्या होता है लेड?
लेड इंसान के तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचाता है। इससे कैंसर जैसी भयावह बीमारी तक हो सकती है। इंसान के साथ-साथ लेड पर्यावरण के लिए भी हानिकारक है।