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लीजिये हर्बल शराब सेहत नहीं होगी खराब

800x480_image58967853अल्कोहल की अधिकता वाली शराब से सेहत को होने वाले नुकसान से इसके शौकीनों को बचाने के लिए अब दिल्ली में हर्बल शराब लॉन्च होने की तैयारी पूरी हो गई है। एलोवेरा, तुलसी, मिंट जैसे औषधीय तत्वों से बनी हर्बल शराब बनाने वाली कंपनी बायोटेक स्प्रिट ने इसे लांच करने की दिल्ली सरकार से अनुमति मांगी है। पड़ोसी राज्य हरियाणा सहित देश के अन्य राज्यों में हर्बल शराब के कामयाब प्रयोग के बाद बायोटेक स्प्रिट ने अब इसे दिल्ली के बाजार में भी उतारने की तैयारी कर ली है।

आबकारी विभाग से हर्बल शराब का लाइसेंस मिलने पर कंपनी बायो व्हिस्की, बायो वोदका और बायो बीयर बाजार में उतारेगी। कंपनी का दावा है कि इसमें अल्कोहल की जगह औषधीय गुण वाले एलोवेरा, सर्पगंधा, तुलसी, अजरुन, शहद और मिंट जैसे पौधों के अर्क का इस्तेमाल किया गया है। बायोटेक स्प्रिट कंपनी के प्रमुख सतीश भल्ला ने दावा किया है कि हर्बल शराब का स्वाद और शुरूर सामान्य शराब की ही तरह होता है लेकिन इसका नशा सर चढ़ कर नहीं बोलता।

चंद महीनों का इंतजार करना होगा:
आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने कंपनी द्वारा लाइसेंस के लिए आवेदन करने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में हर्बल शराब को बेचने के लिए कंपनी को अगले वर्ष अप्रैल के बाद ही लाइसेंस मिल सकेगा। क्योंकि, दिल्ली सरकार ने चालू वित्त वर्ष की आबकारी नीति में किसी भी नए ब्रांड की शराब को लाइसेंस नहीं देने का फैसला किया है।

साथ ही आबकारी विभाग हर्बल शराब के औषधीय गुणों के कंपनी के दावों की वैज्ञानिक जांच करने के बाद ही लाइसेंस जारी करेगा। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि बायो वोदका, व्हिस्की और बायो रम को बनाने में सिंथेटिक रंगों और फ्लेवर के बजाय औषधीय जड़ी बूटियों व अल्कोहल के मिश्रण से बनाया जाता है। इसमें 16 किस्म के औषधीय पौधों बेला, अश्वगंधा, सर्पगंधा, आंवला, ब्राह्मी, हरीदरा आदि का इस्तेमाल होता है।

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