कोरोना से बचना है तो रोज़ाना की जाने वाली इन गलतियों को आज ही कहें गुड बाय
नई दिल्ली। पूरी दुनिया इस समय कोरोना संकट से जूझ रही है। अब तक लाखों लोग इस बीमारी से दम तोड़ चुके हैं जबकि करोड़ों की संख्या में लोग इससे संक्रमित हैं। अगर कोरोना से लड़ना है तो इम्यून सिस्टम मजबूत होना चाहिए लेकिन हमारी रोज़ाना कि कुछ आदतें हमारे इम्यून सिस्टम को खराब कर रही हैं। आज हम आपको ऐसी गलतियों के बारे में बताने जा रहे जो आप रोज़ करते हैं जिससे आपका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है।
प्रोसेस्ड फ़ूड का सेवन
प्रोसेस्ड फ़ूड के सेवन से भी हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। प्रोसेस्ड फूड ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं, जिन्हें पहले से बनाकर रख दिया जाता है और लंबे समय तक संरक्षित रखने के बाद उपयोग किया जाता है। लंबे समय तक खराब होने से बचाए रखने के लिए इनमें ऐसी सामग्री का इस्तेमाल होता है जो केमिकल से भरपूर होती है। इनको आकर्षक बनाए रखने के लिए तरह-तरह के रंगों और कृत्रिम या रासायनिक पदार्थों (आर्टिफिशियल फ्लेवर्स) का इस्तेमाल किया जाता है। प्रोसेस्ड फूड्स आंत में गुड बैक्टीरिया पर हमला करते हैं, जिससे आंत बैड बैक्टीरिया के प्रति अतिसंवेदनशील हो जाता है। इससे हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर होता है
नियमित रूप से व्यायाम न करना
रेगुलर व्यायाम हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। व्यायाम एंटीबॉडी और सफेद रक्त कोशिकाओं दोनों को बढ़ाता है, जो शरीर को संक्रमण को टारगेट करने और इसे प्रभावी ढंग से लड़ने की अनुमति देता है। नियमित व्यायाम से हानिकारक तनाव हार्मोन को दूर करने में मदद मिल सकती है।
तंबाकू का सेवन
जो लोग तम्बाकू का एवं करते हैं उनमे श्वसन संबंधी दिक्कतें पैदा हो जाती हैं। धूम्रपान के कारण शरीर अत्यधिक म्यूकस पैदा करता है, जो वायुमार्ग को संकरा करता है और आपके फेफड़ों के विषाक्त पदार्थों को साफ करने में कठिनाई पैदा करता है। जब शरीर तंबाकू द्वारा छोड़े गए रसायनों को हटाने के लिए दो बार काम कर रहा होता है, तो संक्रमण से लड़ने की क्षमता से समझौता किया जाता है। इतना ही नहीं, धूम्रपान खून में एंटीऑक्सीडेंट को भी कम करता है।
नियमित रूप से शराब का सेवन
जो लोग शराब पीते हैं उनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। एल्कोहल आंत में स्वस्थ और अस्वास्थ्यकर बैक्टीरिया के बीच संतुलन को बिगाड़ती है। यह स्वस्थ जीवाणुओं को दूर करती है, तो अधिक बैड बैक्टीरिया रक्तप्रवाह से गुजरते हैं, जिससे लिवर की सूजन हो सकती है।
पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं
यदि छह से आठ घंटे की नींद लेने की सलाह नहीं मानते हैं, तो यह इम्यूनसिस्टम पर भारी पड़ सकता है। जब सोते हैं, तो शरीर साइटोकिन्स जारी करता है जो कि एक प्रोटीन है और वह शरीर को संक्रमण व सूजन से बचाता है। यदि सोते नहीं हैं, तो शरीर पर्याप्त साइटोकिन्स का उत्पादन नहीं कर सकता है, जो बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम को प्रभावित कर सकता है।