अगर आप हफ्ते में 14 ड्रिंक लेते हैं और बड़ी उम्र के हैं तो आपको भारी पड़ सकता है। चाहे आप इन ड्रिंक्स को रोजाना दो-दो पैग की तरह ले रहे हों या चाहे किसी दिन कम और किसी दिन ज्यादा ले रहे हों। विशेष रूप से माइल्ड कॉग्नेटिव इंपेरिमेंट (MCI) से पीड़ित लोगों में इस तरह का खतरा ज्यादा देखने को मिलता है। ऐसा देखा गया है कि एक उम्र के बाद इस प्रकार की समस्या होना आम हो जाता है।
डिमेंशिया का खतरा
एक शोध से ये पता चला है कि जो लोग एमसीआई की समस्या से परेशान होते हैं, उनमें डिमेंशिया का खतरा दोगुना बढ़ जाता है खासकर यदि वो लोग हर रोज दो पैग लेते हों। दो पैग से ज्यादा ड्रिंक लेने पर इस समस्या के जल्द होने के चांसस बढ़ जाते हैं।
रोज एक से कम ड्रिंक के हिसाब से अल्कोहल का इस्तेमाल
शोध से ये भी बात पता चली है कि जिन लोगों में पहले से एमसीआई के लक्षण नहीं पाए जाते हैं और यदि वे रोजाना दो ड्रिंक हर रोज लेते हैं तो उनमें भी इस बीमारी के होने का खतरा तो होता है, पर इसकी दर कम होती है। वहीं अगर एमसीआई की समस्या से परेशान लोग हर रोज एक से कम ड्रिंक के हिसाब से अल्कोहल का इस्तेमाल करते हैं तो वे स्वयं को भूलने और भ्रम पैदा करनेवाली इस बीमारी के खतरे से बचा सकते हैं।