IPL-2018 : राशिद का हरफनमौला प्रदर्शन, हैदराबाद फाइनल में
कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ दर्ज की 13 रनों से जीत
राशिद खान ने शुक्रवार को अपने बेहतरीन हरफनमौला खेल की बदौलत सनराइजर्स हैदराबाद को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें संस्करण के फाइनल में पहुंचा दिया।
ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेले गए लीग के दूसरे क्वालीफायर मैच में राशिद ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करने उतरी हैदराबाद को अंत में 10 गेंदों में 34 रनों की तूफानी पारी खेली 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 174 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर प्रदान किया और फिर अपनी फिरकी में कोलकाता के तीन मुख्य बल्लेबाजों को फंसा उसे लक्ष्य से महरूम रख हैदराबाद को 13 रनों से जीत दिलाई।
फाइनल में हैदराबाद का सामना रविवार को चेन्नई सुपर किंग्स से होगा जिसने पहले क्वालीफायर में हैदराबाद को मात दी थी। राशिद की आतिशी पारी तब आई थी जब हैदराबाद का 150 के पार जाना भी मुश्किल लग रहा था। उन्होंने अपनी पारी में चार छक्के और दो चौके मारे। वहीं गेंदबाजी में अपने कोटे के चार ओवरों में राशिद ने महज 19 रन देकर तीन विकेट झटका कोलकाता की कमर तोड़ दी।
उम्मीद के मुताबिक सुनील नरेन और क्रिस लिन की जोड़ी ने मेजबान टीम को तेज शुरुआत दी। पहले ओवर में हालांकि भुवनेश्वर ने सिर्फ छह रन दिए, लेकिन खलील अहमद द्वारा फेंके गए दूसरे ओवर में लिन और नरेन ने 13 रन लिए। नरने ने तीसरे ओवर में भुवनेश्वर को अपना शिकार बनाया और एक छक्के तथा दो चौकों की मदद से 19 रन बनाए। अगला ओवर लेकर आए सिद्धार्थ कौल ने हालांकि दूसरी गेंद पर नरेन को पवेलियन भेज कोलकाता को पहला झटका दिया। नरेन ने 13 गेंदों में चार चौके और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए।
नरेन के स्थान पर आए नीतिश राणा ने नरेन के सिलसिले को लिन के साथ जारी रखा। राणा ने 16 गेंदों में एक चौके और दो छक्कों की मदद से 22 रन बनाए लेकिन रन आउट हो गए। उनका विकेट नौवों ओर की तीसरे गेंद पर 87 के कुल स्कोर पर गिरा। यहां से कोलकाता की टीम बैकफुट पर आने लगी क्योंकि अब राशिद हावी हो चुके थे।
पारी का 11वां और अपना दूसरा ओवर लेकर आए राशिद ने पहली ही गेंद पर रोबिन उथप्पा (2) को 93 के कुल स्कोर पर बोल्ड किया। अपने अगले ओवर में उन्होंने लिन को अपना शिकार बनाया। लिन से पहले शकिब अल हसन कोलकाता के कप्तान दिनेश कार्तिक (8) को पवेविलयन भेज चुके थे।
हैदराबाद के लिए हालांकि खतरा टला नहीं था क्योंकि खतरनाक आंद्रे रसेल विकेट पर जमे हुए थे। 15वां ओवर राशिद ने ही डाला। राशिद ने चौथी गेंद गुगली फेंकी जो रसेल के बल्ले का किनारा लेकर स्लिप में खड़े धवन के हाथों में गई। धवन ने उसे लपकने में कोई गलती नहीं की और रसेल निराश होकर सिर्फ तीन के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट लिए।
यहां से कोलकाता की हार तय हो गई थी। युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने अंत में संघर्ष कर 20 गेंदों में दो चौके एक छक्के से 30 रन बनाकर टीम को जीत दिलाने की कोशिश की लेकिन वो सफल नहीं हो सके।आखिरी ओवर में शुभमन, कार्लोस ब्रैथवेट का शिकार बने। इस ओवर में ब्रैथवेट ने शिवम मावी को भी अपना शिकार बनाया। राशिद के अलावा सिद्धार्थ कौल और ब्रैथवेट के हिस्से दो-दो विकेट आए। शकिब को एक विकेट मिला।
टॉस जीतकर कोलकाता ने हैदराबाद को बल्लेबाजी का न्योता दिया। मेहमान टीम को अच्छी शुरुआत तो मिली लेकिन मध्य में कोलकाता की कुलदीप यादव, पीयूष चावला और नरेन की स्पिन तिगड़ी हावी हो गई जिसने विकेट लेने के साथ रनों पर ही अंकुश लगाया। अंत में हालांकि राशिद ने इन तीनों की मेहनत पर पानी फेर दिया।
राशिद ने 19वां ओवर लेकर आए मावी पर दो छक्कों की मदद से 12 रन लिए और फिर आखिरी ओवर में युवा तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा पर दो छक्के और एक चौका मारकर कुल 24 रन बटोरे। भुवनेश्वर कुमार (नाबाद 5) ने भी इस आखिरी ओवर की पहली गेंद पर एक चौका मारा। धवन (34) और रिद्धिमान साहा (35) की जोड़ी ने कोलकाता के अच्छी शुरुआत के सपने को पूरा नहीं होने दिया और दोनों स्कोर बोर्ड चलाते रहे। दोनों ने मिलकर सात ओवरों में 56 रन जोड़े। यहां से स्पिन तिगड़ी ने अपना कमाल दिखाया। अगले ओवर की पहली गेंद पर धवन, कुलदीप (चार ओवर, 29 रन, दो विकेट) की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए। कप्तान केन विलियमसन इस मैच में सिर्फ तीन रन ही बना पाए और 60 के कुल स्कोर पर कुलदीप का दूसरा शिकार बने।
साहा दूसरे छोर से अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन चावला (तीन ओवर 22 रन, एक विकेट) की गेंद पर वो बीट हुए और कार्तिक ने उन्हें सटम्प कर दिया। वह 84 के कुल स्कोर पर आउट हुए। शकिब दुर्भाग्यवश तरीके से रन आउट हो गए। टीम का स्कोर 113 था और 16वां ओवर लेकर आए कुलदीप की गेंद पर दीपक हुड्डा (19) ने सीधा शॉट खेला। गेंद कुलदीप के हाथों से टकरा पर विकेट पर जा लगी और इस समय शाकिब क्रीज से बाहर थे। अंपायर ने उन्हें आउट करार दे दिया।
नरेन (चार ओवर, 24 रन एक विकेट) को पहली सफलता दीपक के रूप में 17वें ओवर की पांचवीं गेंद पर मिली। ब्रैथवेट भी चार गेंदों में आठ रन बनाकर रन आउट हो गए।