पेपाल ने डिजिटल की एफआईआरसी प्रक्रिया
नई दिल्ली, 4 अप्रैल (आईएएनएस)| डिजिटल भुगतान मंच पेपाल ने बुधवार को कहा कि भारतीय विक्रेताओं और फ्रीलांसरों की सहूलियत के लिए उसने एफआईआरसी (विदेशी आवक प्रेषण प्रमाणपत्र) आवेदन प्रक्रिया को डिजिटल कर दिया है।
अब विक्रेता एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर) के माध्यम से एफआईआरसी शुल्क का भुगतान कर सकेंगे। इससे पहले डिमांड ड्राफ्ट (डीडी) की प्रक्रिया से भुगतान करना होता था। पेपाल ने कहा कि नई प्रक्रिया में विक्रेता विश्व के किसी भी कोने से भुगतान प्राप्त कर सकेंगे। इसके लिए विक्रेता को उनकी वेबसाइट पर जाकर एक ऑनलाइन एफआईआरसी फॉर्म भरना होगा।
एफआईआरसी एक दस्तावेज है जो भारत में प्रवेश करने वाले सभी आवक प्रेषणों के लिए प्रमाणक के रूप में कार्य करता है। अधिकतर वैधानिक प्राधिकारियों ने इस दस्तावेज को एक व्यक्ति या व्यवसाय के लिए प्रमाणक के रूप में माना है। इसके तहत एक लिमिटेड कंपनी, साझेदारी फर्म, एकाधिकार फर्म और अन्य देश के बाहर से विदेशी मुद्रा में भुगतान प्राप्त कर सकते हैं।
ऑनलाइन भुगतान मंच ने एक बयान में कहा, पहले, एफआईआरसी के अनुरोध के लिए भारतीय विक्रेताओं और फ्रीलांसरों को लाभार्थी के बैंक ब्रांच में जाना होता था, एफआईआरसी शुल्क के लिए डिमांड ड्राफ्ट बनवाना होता था और तब सिटीबैंक में एफआईआरसी के लिए आवेदन करना होता था।
बयान में कहा गया, अब, ऑनलाइन प्रक्रिया के साथ, विक्रेता केवल पेपाल पर एक सरल सा आवेदन फार्म भरें और एनईएफटी द्वारा एफआईआरसी शुल्क अदा करें। एफआईआरसी के लिए पेपाल प्रत्यक्ष रूप से सिटीबैंक के साथ विवरण साझा करेगा।