बिहार उत्सव में नक्काशी कला युवाओं को कर रही आकर्षित
नई दिल्ली, 18 मार्च (आईएएनएस)| बिहार उत्सव में रविवार को जूट एवं नक्काशी कला से निर्मित सामान युवाओं को खास आकर्षित कर रही है।
इस बार प्रमुख रूप से भागलपुरी सिल्क, मधुबनी पेंटिंग, सिकी के उत्पाद, कास्ट की मूर्ति, जूट के बने सामान के आकर्षक स्टाल लगाए गए हैं। दिल्ली के आईएनए दिल्ली हाट में 15 दिवसिय बिहार उत्सव 2018 के तीसरे दिन बिहार की जूट के बने घरेलू सामानों और नक्काशी की कला ने लोगों को खूब आकर्षित किया। यही कारण है कि युवक और युवतियां बिहार उत्सव में जमकर खरीदारी कर रहे हैं।
बिहार के 106वां स्थापना दिवस के अवसर पर दिल्ली में बिहार उत्सव 2018 का यह कार्यक्रम बिहार की संस्कृति, परंपरा, कला पर्यटन को दर्शाता है। हर स्टाल पर कुछ न कुछ ऐसा है जो आपको अपनी ओर आकर्षित जरूर करेगा।
इस अवसर पर हेंडीक्राफ्ट एंड हैंडलूम के 118 स्टाल लगाए गए हैं इसके अलावा बिहारी व्यंजन के भी 4 स्टाल यहां लगाए गए हैं। खाने के शौकीन लोग मिस्टर लिट्टीवाला के यहां लिट्टी खा सकते हैं और बिहार की रसोई नाम से मशहूर स्टॉल पर जाकर बिहार में बनने वाले घरेलू सामानों को खरीद सकते हैं। यहां से विभिन्न प्रकार के सत्तू, चिप्स, चावल आटा खरीद सकते हैं।
बिहार उत्सव 2018 के दौरान हस्तकरधा एवं हस्तशिल्प के उत्कृष्ट सामानों की बिक्री एवं सह-प्रदर्शनी का आयोजन 31 मार्च तक होगा। कार्यक्रम को खास बनाने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति 22 से 25 मार्च तक की जाएगी।