भारत में 2022 तक 175 गीगावाट स्वच्छ ऊर्जा का लक्ष्य
ग्रेटर नोएडा, 12 मार्च (आईएएनएस)| भारत ने 2022 तक 175 गीगावाट क्षमता की नवीकरणीय ऊर्जा के इस्तेमाल का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। एनर्जी स्टोरेज ट्रैक के चेयरमैन अतुल आर्य ने बताया कि भारत ने 2022 तक 175 गीगावाट क्षमता की नवीकरणीय ऊर्जा के इस्तेमाल का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। इसके तहत तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और राजस्थान जैसे कई प्रदेशों में ग्रिड ऑपरेशन लगाए जाएंगे।
इलेक्रामा-2018 की प्रदर्शनी के तीसरे दिन सोमवार को पहली बार ई-टेकनेक्स्ट की संकल्पना पेश की गई, जिसका मकसद ऐसी नई प्रौद्योगिकी से लोगों को रूबरू कराना है जिसका बिजली व ऊर्जा के क्षेत्र में व्यापक प्रभाव पड़ सकता है। ई-टेकनेक्स्ट नई प्रौद्योगिकी के बेहतर इस्तेमाल व बिजली उद्योग में नवाचार को बढ़ावा देता है।
विशेषज्ञों ने बताया कि ई-टेकनेक्स्ट के चार प्रमुख पथों का द्योतक है जिनमें पावर की डिजिटल डिलीवरी, औद्योगिक इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ऊर्जा संग्रहण और बिजली से चालित वाहन समाहित हैं। इस संकल्पना का मकसद लोगों को भविष्य की प्रौद्योगिकी और उसके इस्तेमाल की जानकारी देना है।
इस मौके पर नई प्रौद्योगिकी लाने वाली कंपनियों ने उत्पादों की खासियत और उनकी तकनीकी बारीकियों से अवगत कराया।
इलेक्रामा-2018 के चेयरमैन विजय कारिया ने कहा कि अगर तापीय ऊर्जा उत्पादन को कम करना है तो सौर ऊर्जा को खास तवज्जो देना होगा। इसके साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट, आईओटी और आईआईओटी जैसे डिजिटल समाधान के सहयोग से इस क्षेत्र में बदलाव आएगा।
इस मौके पर बैटरी स्टोरेज व रीन्यूबल्स शीर्षक के तहत एक श्वेत पत्र जारी किया गया जिसका प्रकाशन आईईईएमए, इलेक्रामा, ई-टेकनेक्स्ट, आईसीएफ और पैनासोनिक द्वारा किया गया है।
एनर्जी स्टोरेज ट्रैक के चेयरमैन अतुल आर्य ने बताया कि भारत ने 2022 तक 175 गीगावाट क्षमता की नवीकरणीय ऊर्जा के इस्तेमाल का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। इसके तहत तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और राजस्थान जैसे कई प्रदेशों में ग्रिड ऑपरेशन लगाए जाएंगे।
भारतीय बिजली एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माता एसोएिसशन (आईईईएमए) की ओर से ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में इलेक्रामा-2018 की पांच दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है।
इलेक्रामा के इस 13वें संस्करण में बिलजी से परिचालित वाहनों, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, स्टोरेज सॉल्यूशन और अक्षय ऊर्जा की जरूरतों को विशेष रूप से दर्शाया गया है।
इस प्रदर्शनी में 1,200 कंपनियां अपने उत्पाद लेकर आई हैं। आयोजकों के मुताबिक इस प्रदर्शनी में 120 देशों के लोग पहुंचे हैं।
आईईईएमए के अध्यक्ष गोपाल काबरा ने बताया कि आईईईएमए एक ऐसे संगठन के रूप में विकसित हो चुका है जिसके 800 से अधिक सदस्य हैं, जिनका संयुक्त कारोबार 42 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक है। उन्होंने कहा कि बिजली उपकरण उद्योग को 2022 तक 35 अरब डॉलर मूल्य का सामान निर्यात करने की उम्मीद है।