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सिनेजगत की चमक फीकी कर गई ‘चांदनी’ (श्रद्धांजलि)

नई दिल्ली, 25 फरवरी (आईएएनएस)| मनोरंजन जगत में 50 साल तक अपनी अनोखी अदाओं की ‘चांदनी’ बिखेरने वाली दिग्गज अभिनेत्री श्रीदेवी अचानक दुनिया को अलविदा कह गईं।

दक्षिण भारत से आकर बॉलीवुड में धमाल मचाते हुए उन्होंने अपनी उम्र के 54 वर्षो में से 50 साल अभिनय और नृत्य को समर्पित किए।

वर्ष 1969 में महज चार साल की उम्र में तमिल फिल्म ‘थिरुमुगम’ से अभिनय की दुनिया में कदम रखने वाली अभिनेत्री श्रीदेवी ने 200 से अधिक फिल्मों में काम किया। तमिलनाडु के शिवकाशी में 13 अगस्त 1963 में जन्मीं श्रीदेवी ने हिंदी फिल्मों के अलावा तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम फिल्मों में भी काम किया।

श्रीदेवी की सुंदरता और प्रतिभा का बॉलीवुड के हर कलाकार व निर्देशक कायल रहा है। उनके निधन पर दुख जताते हुए फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा ने कहा, श्रीदेवी की प्रतिभा और उनकी सुंदरता दोनों ने एक स्तर का निर्माण किया। वह एक दिव्य रचना की तरह थीं, जिसे ईश्वर ने बहुत ही अच्छे मूड में रचा था। वह मानव जाति के लिए एक विशिष्ट उपहार थीं।

श्रीदेवी ने ‘सदमा’, ‘मूंद्रम पिराई’, ‘लम्हें’, ‘चांदनी’ ‘खुदा गवाह’ जैसी कई फिल्मों में अदाकारी का बेजोड़ नमूना पेश किया।

यश चोपड़ा की वर्ष 1989 की फिल्म ‘चांदनी’ में इसी नाम के किरदार के जरिए श्रीदेवी हर किसी की दिल की धड़कन बन गई थीं। इस फिल्म में उनकी द्वारा पहनी गई शिफॉन की साड़ी आज भी पसंद की जाती है।

श्रीदेवी की शानदार अभिनेत्री के साथ एक बेहतरीन नृत्यांगना भी थीं। फिल्म ‘चांदनी’ का ‘मेरे हाथों में नौ नौ चूड़ियां हैं’ पर आज भी स्कूल-कॉलेज से लेकर शादी समारोह तक में लोग थिरकते हैं।

इसके अलावा उनका ‘हवा हवाई’, ‘मैं तेरी दुश्मन’, ‘मोरनी बागा मा’, ‘न जाने कहां से आई है’ जैसे गीत भी बहुत प्रसिद्ध हुए और वह आज भी लोगों की जुबां पर चढ़े हुए हैं और हमेशा रहेंगे। ‘मिस्टर इंडिया’ में उन पर फिल्माया गया गीत ‘टोपी वाले बॉल दिला’ को कौन भुला सकता है!

बॉलीवुड की खूबसूरत और प्रतिभाशाली अभिनेत्री श्रीदेवी एक बहुत बढ़िया चित्रकार भी थीं। उन्होंने अभिनेत्री सोनम कपूर और माइकल जैक्सन की पेंटिंग भी बनाई थी।

श्रीदेवी की प्रसिद्ध केवल भारत तक सीमित नहीं थी, बल्कि विदेशों में भी उन्हें बहुत पसंद किया जाता था। सिंगापुर के एक रेस्तरां में बॉलीवुड अभिनेत्री श्रीदेवी के नाम की एक गुड़िया लगाई गई थी, उस समय श्रीदेवी ने बेहद साधारण शब्दों में कहा था, मैं क्या कहूं। मैं काफी विनम्र महसूस कर रही हूं और मुझे काफी खुशी भी है। फिल्म उद्योग में इतने साल तक रहने के बाद भी अगर लोग मेरे बारे में सोचते हैं और मेरे नाम का इस्तेमाल करते हैं तो मैं यही कह सकती हूं कि मैं बहुत धन्य हूं। 50 वर्ष के मेरे अभिनय के बाद भी मुझे याद करने के लिए धन्यवाद।

श्रीदेवी की आखिरी फिल्म 2017 में आई ‘मॉम’ थी। इस फिल्म में भी हमेशा ही तरह श्रीदेवी ने अभिनय की बुलंदियों को छुआ था। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!!!

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