अनुकूल बजट से विकास को बढ़ावा मिलेगा : मोदी
नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कृषि, स्वास्थ्य और छोटे व्यापार को ध्यान में रखकर सभी के लिए उपयुक्त बजट पेश करने के लिए वित्तमंत्री अरुण जेटली की सराहना की। मोदी ने लोकसभा में जेटली द्वारा वर्ष 2018-19 का बजट पेश करने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा, यह बजट किसानों, आम नागरिकों, पर्यावरण और विकास के लिए अनुकूल है।
उन्होंने कहा, बजट में व्यापार करने को आसान बनाने के साथ, जीवन को आसान बनाने पर भी ध्यान दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, इस बजट में सभी क्षेत्रों, कृषि से लेकर आधारभूत क्षेत्रों तक पर ध्यान दिया गया है। यह बजट भारत के 125 करोड़ लोगों के उम्मीदों और अपेक्षाओं को मजबूत करने वाला है।
मोदी ने बजट में उठाए गए कई कदमों की ओर भी इशारा किया और कहा कि कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा समेत अन्य क्षेत्रों में कई वित्तीय उपायों से समाज के निचले वर्ग को भी फायदा होगा।
उन्होंने कहा, इन कदमों का लाभ गरीबों, वंचितों और शोषितों तक पहुंचेगा।
मोदी ने कहा, किसानों, दलितों और आदिवासी समुदायों को इस बजट से फायदा होगा। बजट ग्रामीण भारत के लिए नया अवसर लाएगा।
प्रधानमंत्री ने खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) किसानों की उत्पादन लागत का 1.5 गुना किए जाने के निर्णय की घोषणा की ओर इशारा करते हुए कहा, मैं वित्तमंत्री को एमएसपी के संबंध में निर्णय लेने के लिए बधाई देता हूं। मैं आश्वस्त हूं कि इससे किसानों को अत्यधिक फायदा होगा।
मोदी ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा परियोजना की भी सराहना की, जिसके अंतर्गत देश के 10 करोड़ गरीब परिवारों को पांच लाख तक का कवर दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, यह वैश्विक स्तर पर सरकार प्रायोजित सबसे बड़ी योजना है।
उन्होंने कहा, गरीब लोगों की सबसे बड़ी चिंता स्वास्थ्य सेवा होती है। बजट में नई योजनाओं की घोषणा गरीबों के लिए राहत देने वाली है।
मोदी ने कहा, इससे लगभग 10 करोड़ गरीब परिवार और मध्यम वर्गीय परिवारों को फायदा होगा। इसके अंतर्गत लगभग 45 से 50 करोड़ लोग आएंगे।
प्रधानमंत्री ने देश में 24 नए मेडिकल कॉलेज खोले जाने, वरिष्ठ नागरिकों को कर में रियायत देने पर, सूक्ष्म, छोटे और मझौले उद्यम के कर में कटौती करने पर, वेतनभोगी वर्ग को कुछ कर रियायतें देकर राहत देने पर बजट की सराहना की।
उन्होंने कहा, मैं आश्वस्त हूं कि आने वाले वर्षो में भारत विकास की नई ऊंचाई को स्पर्श करेगा।