चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा जीडीपी का 3.5 फीसदी
नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)| केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटा अनुमान में संशोधन करते हुए उसे 3.2 फीसदी से बढ़ाकर 3.5 फीसदी कर दिया है। आगामी वित्त वर्ष 2018-19 का आम बजट लोकसभा में पेश करते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में वित्तीय घाटा सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) का 3.5 फीसदी यानी 5.9 लाख करोड़ रुपये रह सकता है। सरकार के मुताबिक महंगाई बढ़ने के कारण वित्तीय घाटे में इजाफा हो सकता है।
इससे पूर्व सरकार ने चालू वित्त वर्ष 2017-18 में वित्तीय घाटा जीडीपी का 3.2 फीसदी रहने का अनुमान जारी किया था।
अगले साल 2019 की प्रथम छमाही में होने वाले आम चुनाव के पूर्व केंद्र की मौजूदा राजग सरकार का यह अंतिम पूर्ण बजट है।
वित्तमंत्री ने कहा, वर्ष 2017-18 के लिए संशोधित वित्तीय घाटा 5.9 लाख करोड़ रुपये अर्थात जीडीपी का 3.5 फीसदी है। उन्होंने बताया कि कमी की वजह वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने के बाद कर राजस्व घट गया है और यह चालू वित्त वर्ष के सिर्फ 11 महीने के लिए ही उपलब्ध है।
वित्तमंत्री ने चालू वित्त वर्ष के लिए सरकार का संशोधित व्यय 21.47 लाख करोड़ से बढ़ाकर 21.57 लाख करोड़ रुपये रहने की उम्मीद जाहिर की है।