मप्र में ‘पद्मावत’ के खिलाफ सड़क पर उतरे लोग
भोपाल, 23 जनवरी (आईएएनएस)| संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म ‘पद्मावत’ के प्रदर्शन पर रोक लगाए जाने संबंधी मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार की पुनर्विचार याचिका सर्वोच्च न्यायालय ने खारिज कर दी। इसके बाद यहां कई शहरों में लोग सड़कों पर उतर आए। आंदोलनकारियों ने साफ कर दिया है कि वे किसी भी कीमत पर राज्य के सिनेमाघरों में फिल्म चलने नहीं देंगे। राज्य में ‘पद्मावत’ फिल्म को लेकर बढ़ते विरोध के मद्देजनर राज्य सरकार सर्वोच्च न्यायालय गई थी, लेकिन न्यायालय ने मंगलवार को पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी। राजधानी भोपाल में करणी सेना, राजपूत समाज सहित हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और उन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय में डेरा डाल दिया। प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर इस फिल्म को सिनेमाघरों में नहीं चलने देंगे।
करणी सेना के सदस्य ऋषि राज ने संवाददाताओं से कहा, करणी सेना फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने देगी। हमारा आंदोलन जारी रहेगा। वे सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से संतुष्ट नहीं हैं।
इसी तरह ग्वालियर और मुरैना में भी ‘पद्मावत’ के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। कई स्थानों पर लोग सड़कों पर उतर आए और उन्होंने टायर जलाकर यातायात बाधित करने की कोशिश की है।
फिल्म को लेकर राजपूत करणी सेना से जुड़े लोग कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। भोपाल में सोमवार को राजपूत समाज के प्रतिनिधियों ने ज्योति टॉकीज के पास प्रदर्शन किया और चेतावनी दी कि यदि फिल्म का प्रदर्शन किया गया तो गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।
इसी तरह इंदौर में प्रदर्शनकारियों ने कई स्थानों पर टायर चलाकर अपना विरोध जताया।
पुलिस उपमहानिरीक्षक हरि नारायण चारी मिश्रा ने आईएएनएस को बताया, प्रदर्शनकारियों को कई स्थानों से हटा दिया गया है, और इस क्रम में किसी तरह की हिंसा नहीं हुई है।
उज्जैन में प्रदर्शनकारियों ने आगर रोड पर जाम लगाकर फिल्म का विरोध किया। स्थिति तनावपूर्ण रही। पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा।
वहीं रतलाम जिले से करणी सेना से जुड़ीं राजपूत समाज की महिलाओं का एक दल राजस्थान के चित्तौड़गढ़ रवाना हुआ। ये महिलाएं वहां प्रदर्शन में शामिल होंगी।