दिल्ली के छतरपुर में व्यापारियों ने सीलिंग का विरोध किया
नई दिल्ली, 27 दिसम्बर (आईएएनएस)| दिल्ली के छतरपुर इलाके में सीलिंग टीम को मार्बल व्यापारियों के कड़े विरोध ओर आक्रोश का सामना करना पड़ा जब क्षेत्र के व्यापारी ओर नागरिक सीलिंग के विरोध में सड़कों पर बैठ गए। इससे सीलिंग करने गई टीम को वापस लौटना पड़ा। दिन भर की मशक्कत के बाद सीलिंग टीम केवल एक बैंक्वेट हॉल को सील करके वापस लौट गई। व्यापारियों का कहना था कि सीलिंग की कार्रवाई से पहले उन्हें किसी भी प्रकार का कोई नोटिस नगर निगम या दिल्ली सरकार से नहीं मिला। ऐसे में कैसे सीलिंग की जा सकती है। जबकि, सीलिंग टीम का कहना था की वह सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त मॉनीटरिंग कमेटी के आदेशों की पालन कर रही है।
कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार से इस मामले में आगे आकर दिल्ली के व्यापारियों को सीलिंग से बचाने की मांग की है। कैट ने यह भी आग्रह किया है कि 31 दिसम्बर से पहले संसद के सत्र में नेशनल कैपिटल टेरिटरी ऑफ लॉज (स्पेशल प्रोविजन) थर्ड अमेंडमेंट बिल को पारित किया जाए, जिससे द्वितीय अमेंडमेंट बिल 2011 में प्रस्तावित अंतिम तारीख 31 दिसम्बर 2017 को आगे बढ़ाया जा सके। इस मुद्दे पर कैट ने केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, राजनाथ सिंह एवं हरदीप पुरी से मिलने का समय भी मांगा है।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने दिल्ली में हो रही सीलिंग को न्याय के खिलाफ बताते हुए नगर निगम पर मनमानी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि संसद के पारित कानून को मानने को सभी बाध्य हैं। नियमों को ताक पर रखते हुए बिना कोई नोटिस या सुनवाई का मौका दिए सीलिंग की जा रही है जो व्यापारियों के मूल अधिकार के खिलाफ है।