भारत व अफगानिस्तान के बीच सदियों पुराने संबंध : संस्कृति मंत्री
नई दिल्ली, 29 नवंबर (आईएएनएस)| भारत और अफगानिस्तान के बीच साझा मूल्यों का जिक्र करते हुए संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने बुधवार को कहा कि दोनों देशों के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंध हैं।
शर्मा ने कहा, काबुल में चार गुरुद्वारे और दो मंदिर अफगानिस्तान के सहिष्णु और विविध समाज को दर्शाते हैं।
संस्कृति मंत्री ने कहा, संगीत, कला, वास्तुकला, भाषा और व्यंजनों के क्षेत्र में गहरे संबंध दोनों देशों के लोगों के बीच मैत्री के एक महत्वपूर्ण बंधन का निर्माण करते हैं।
शर्मा अफगानिस्तान की सरकार एवं दूतावास और भारत सरकार एवं भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित तीन दिवसीय भारत-अफगान सांस्कृतिक महोत्सव के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे।
इस मौके पर अफगानिस्तान के संस्कृति एवं सूचना मंत्री एम. रसूल बावरी भी मौजूद थे।
शर्मा ने कहा कि अफगान शास्त्रीय संगीत के उस्तादों जैसे ‘उस्ताद साराहंग ने पटियाला घराने में प्रशिक्षण लिया, वहीं बॉलीवुड का लोकप्रिय भारतीय संगीत अफगानिस्तान के घरों में सुने जाता है।
महेश शर्मा ने कहा, अफगानिस्तान का केंद्रीय बामयान प्रांत हमारे साझा बौद्ध विरासत का एक प्रतीक है। गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर की रचना ‘काबुलीवाला’ ने भारतीयों को ईमानदार और बड़े दिल वाले अफगानों के साथ जोड़ा है।
यह एक अनूठा महोत्सव है जो कला, हस्तशिल्प, नृत्य, संगीत के माध्यम से दोनों देशों के बीच समानताएं सामने लाएगा।