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दिल्ली के कमानी सभागार में शुरू हुआ तीन दिवसीय 13वां सामापा संगीत समारोह

नई दिल्ली, 24 नवंनबर (आईएएनएस)| कमानी सभागार में शुक्रवार को तीन दिवसीय 13वें सामापा संगीत सम्मेलन की शुरूआत हुई। सुर-लय-ताल से सजी इस संगीत संध्या में दिल्लीवासी झूमते व मस्त नजर आए।

कार्यक्रम की शुरूआत पारम्परिक दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। जिसके बाद डी.ए.वी. स्कूल नोएडा के छात्रों ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की। तीन दिवसीय इस संगीत सम्मेलन में पहले दिन युवा कलाकार सैफ नईम अली की ठुमरी, चेतन जोशी की बांसुरी, कलापनी कोमकली के गायन और अभय रूस्तुम सोपोरी के संतूर ने श्रोताओं को मंत्र-मुग्ध किया।

युवा कलाकार सैफ नईम अली ने ठुमरी ‘मैंने लाखों के बोल सहे.’ और दादरा ‘बरसन लागो बूंदियारा जागे.’ के साथ संगीतमयी संध्या की शुरूआत की। उनके बाद चेतन जोशी ने राग हेमंत में अपना बांसुरी वादन प्रस्तुत किया। उन्होंने एक के बाद एक बांसुरी से विविधता भरा संगीत रस बिखेरा। शाम की तीसरी प्रस्तुति कलापनी कोमकली की रही, उन्होंने राग केदार प्रस्तुत किया।

पहले दिन के संगीत स्वरलहरियों को संतूरवादक व संगीतकार अभय रूस्तुम सोपोरी ने अपने सशक्त संतूर वादन से उपस्थित श्रोताओं को मंत्र-मुग्ध करते हुए विराम दिया। अभय ने राग जोग और राग वाग्तेश्वरी प्रस्तुत किये, जहां उन्होंने अपने चिर-परिचित अंदाज में संतूर रस से सभी को सराबोर किया।

कार्यक्रम के दूसरे दिन युवा प्रतिभा दिव्यांश श्रीवास्तव (संतूर), बहाउद्दीन डागर (रूद्र वीणा) के अतिरिक्त पं. विजय शंकर मिश्रा के नेतृत्व में स्वर-लय-संवाद का आयोजन होगा, जिसमें शरबरी बनर्जी व पदमजा चक्रवर्ती का गायन, मनोज मिश्रा व आशीष मिश्रा का तबला और घनश्याम सिसोदिया की सांरगी शमिल रहेगी।

इसके बाद पंडित विद्याधर व्यास (गायन) के साथ दूसरा दिन सम्पन्न होगा। सम्मेलन के तीसरे व अंतिम दिन विदूषी मंजू मेहता (सितार), पंडित विनायक तोर्वी (गायन) और पंडित भजन सोपोरी (संतूर) के कार्यक्रम 13वें सामापा संगीत सम्मेलन का समापन करेंगे। संगीत कार्यक्रम के अतिरिक्त फेस्टिवल के दौरान जम्मू-कश्मीर के कलाकारों की चित्र प्रदर्शनी भी आयोजित की गई है।

सामापा संगीत सम्मेलन के दूसरे व तीसरे दिन प्रतिष्ठित सामापा पुरस्कार भी दिए जायेंगे। 2017 के वार्षिक पुरूस्कारों हेतु अनुभवी तबला वादक पं. आनिंदो चटर्जी (कोलकाता) और गायक पंडित विनायक तोरवी (बेंगलुरु) को हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत में उनके आजीवन योगदान के लिए ‘सामापा वितस्ता पुरस्कार’, अहमदाबाद से सांस्कृतिक संगठन सप्तक को ‘सामापा कलावर्धन सम्मान’ दिया जाएगा।

सम्मेलन का आयोजन संगीत लीजेंड पंडित भजन सोपोरी एवम् संगीतकार अभय रूस्तुम सोपोरी के नेतृत्व में देश की लोकप्रिय संगीत संस्था सामापा (सोपोरी अकादमी ऑफ म्यूजिक एंड परफॉमिर्ंग आर्ट्स) द्वारा प्रति वर्ष किया जाता है और यह दिल्ली के सबसे बड़े वार्षिक संगीत महोत्सव में एक के रूप में प्रख्यात संगीत समारोह है। यह एक ऐसा मंच है जहां प्रतिष्ठित व नामचीन कलाकारों के साथ इस मंच पर युवा कलाकारों को भी मौका मिलता है।

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