व्यापार मेला : स्पाइसेस बोर्ड से किसान समूहों को मिल रहा प्रोत्साहन
नई दिल्ली, 22 नवंबर (आईएएनएस)| भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) 2017 में स्पाइसेस बोर्ड देश के विभिन्न हिस्सों के किसान समूहों और सहकारी समितियों को अपनी प्रतिभागिता के जरिए एक ऐसा मंच प्रदान कर रहे हैं जिससे कि वे अपने उत्पादों को बाजार में ला सकें।
स्पाइसेस बोर्ड ने मसालों और किसान समूहों को बढ़ावा देने के लिए 35 वर्ग मीटर क्षेत्रफल का स्टॉल लगाया है। बता दें कि बोर्ड न केवल मसालों के विपणन और निर्यात से संबंधित जिम्मेदारियों को वहन करता है, बल्कि यह पूरे देश में मसालों के उत्पादन के क्षेत्र में किसानों को प्रशिक्षण और समर्थन देने में सक्रिय रूप से शामिल है।
व्यापार मेले में कश्मीर के पैम्पोर में स्थित द ऑल जे एंड के सैफ्रॉन ग्रोवर्स डेवलपमेंट एंड मार्केटिंग कोऑपरेटिव एसोसिएशन और द न्यू ऑल सैफ्रॉन ग्रोवर्स डेवलपमेंट एंड मार्केटिंग कोऑपरेटिव ने मेले में कहवा और कहवा पाउडर सहित केसर और संबंधित उत्पादों को पेश किया है।
कश्मीर के एक प्रतिनिधि ने कहा कि वे अपने उत्पादों की बेहतर गुणवत्ता और अत्यधिक प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण के लिए मार्केटिंग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, खुदरा बाजार में एक ग्राम केसर 320-350 रुपये में मिलता है, लेकिन हम इसे अपने स्टॉल पर 250 रुपये प्रति ग्राम के हिसाब से बेच रहे हैं और इसकी गुणवत्ता की पूरी गारंटी है क्योंकि यह किसानों से सीधे आता है।
स्पाइसेस बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. जयतिलक ने कहा, हमारे प्रयासों की सफलता के लिए जमीनी स्तर पर भागीदारी करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि किसानों के समूह और सहकारी समितियां अपने उत्पादों का प्रदर्शन, व्यापार सौदों और निर्यात करने में अगुवाई करें। यही वजह है कि उन्हें आईआईटीएफ जैसे आयोजनों में अधिक दिखना चाहिए।
स्पाइसेस बोर्ड के स्टॉल पर आने वाली एक विजिटर नीता शर्मा ने कहा, मैं हर बार व्यापार मेले से मसाले खरीद कर ले जाती हूं। यहां के मसालों की गुणवत्ता से मुझे कभी निराश नहीं होना पड़ा, जबकि इन दिनों मसालों की गुणवत्ता बड़ी चिंता का विषय है। जब हम किसी सरकारी दुकान से मसाले खरीदते हैं तो हमें विश्वसनीय और मिलावट रहित उत्पाद मिलने की गारंटी होती है।
स्पाइसेस बोर्ड का स्टॉल 27 नवंबर को आईआईटीएफ 2017 के समाप्त होने तक प्रदर्शनी स्थल पर हॉल नंबर 18 में खुला रहेगा।