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बिहार : सिमरिया गंगा धाम में तुलार्क कुंभ शुरू

बेगूसराय, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)| बिहार के बेगूसराय जिले के सिमरिया गंगा धाम में मंगलवार को ध्वजारोहण के साथ तुलार्क कुंभ महापर्व शुरू हो गया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सिमरिया गंगा धाम पहुंचे और कुंभ के ध्वजारोहण में शामिल हुए। तुलार्क कुंभ को लेकर मंगलवार सुबह से ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां आने लगे। उन्होंने गंगा में डुबकी लगाई, पूजा-पाठ किया और मेले का आनंद लिया।

इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिमरिया धाम, मुक्तिधाम के रूप में सदियों से प्रसिद्ध है। महीने भर तक इस स्थान पर रहकर लोग मुक्ति के लिए प्रार्थना करते हैं। सिमरिया धाम को लोग स्वर्गधाम भी मानते हैं। यह स्थान पहले से ही प्रतिष्ठित रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा, वर्ष 2011 में सिमरिया धाम में पहली बार अर्धकुंभ लगा था। उस समय धार्मिक जगत में ही विवाद हुआ था कि यह कोई कुंभ की जगह नहीं है। तब मैंने एक बैठक बुलाई और लोगों से उस बैठक में कहा कि जब यहां के लोग संकल्पित हैं और यह उनकी आस्था है तो फिर बहस का कोई मतलब नहीं है।

उन्होंने कहा कि उस वर्ष अर्धकुंभ का सफल आयोजन हुआ। छह साल बाद कुंभ की शुरुआत हुई है। नीतीश ने कहा कि मिथिला, मगध, अंग का यही केंद्र बिंदु रहा है। उन्होंने सरकार से हरसंभव मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि इस धाम को आगे भी सजाने-संवारने का काम राज्य सरकार करेगी।

मुख्यमंत्री ने पटना में प्रकाश पर्व के सफल आयोजन की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार गौतम बुद्ध, भगवान महावीर, गुरु गोविंद सिंह जी की धरती है, जिसने दुनिया को शांति, सद्भाव और अहिंसा का संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी धर्म, संप्रदाय के लाखों लोग बिहार आएंगे तो बिहार का ही नाम रौशन होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के लोगों में पढ़ने-लिखने के साथ ही कृषि के क्षेत्र में जबरदस्त रुचि और ज्ञान है, जिसका नतीजा है कि लाख विरोध के बाद भी कुंभ का आयोजन हो गया, जो बड़ी जीत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि साधु-संतों का समाज और आमलोगों की तरफ से जो आवाज उठती है, उससे हौसला बढ़ता है और मन मजबूत होता है।

उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी की सफलता के बाद अब बाल-विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ मुहिम शुरू हुई है, ऐसे में संत समाज का आशीर्वाद और आमजन का सहयोग मिले तो इसमें भी पूरी सफलता मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समाज सुधार का काम है, इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। अब 21 जनवरी, 2018 को मानव श्रृंखला बनाकर बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ लोगों को जागरूक कर, व्यापक रूप से लोगों के बीच संदेश पहुंचाया जाएगा।

इस मौके पर मुख्यमंत्री को सिमरिया कुंभ आयोजन समिति द्वारा मिथिला के प्रतीक चिह्न् पाग, अंगवस्त्र और मखानमाला पहनाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा, समाज कल्याण मंत्री कुमारी मंजू वर्मा, विधान पार्षद तथा कुंभ आयोजन समिति के संयोजक रजनीश कुमार, साधु समाज के प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

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