नदियों को बचाने किनारों पर फलदार पौधे रोपें : जग्गी वासुदेव
विदिशा, 24 सितम्बर (आईएएनएस)| सदगुरु जग्गी वासुदेव ने आान किया है कि नदियों को बचाने के लिए किनारे पर फलदार पौधे लगाएं और औषधीय खेती करें, जिससे किसानों को मुनाफा होगा और पर्यावरण बेहतर होने के साथ नदियों में जल की मात्रा बनी रहेगी।
जग्गी वासुदेव कन्याकुमारी से हिमालय तक के ‘नदी अभियान’ पर निकले हुए हैं। वे रविवार को मध्य प्रदेश के विदिशा में थे। इस मौके पर उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार की सराहना करते हुए कहा कि नदी अभियान को धरातल पर उतारने के काम में राज्य सरकार ने सबसे ज्यादा मदद की है।
उन्होंने पौधों पर अनुदान देने की घोषणा को मील का पत्थर बताते हुए आग्रह किया कि अधिक से अधिक पौधे रोपे जाएं और उन्हें जीवित रखा जाए। फलदार पौधे लगाने एवं औषधीय खेती करने से जहां किसानों को अधिक मुनाफा होगा वहीं बेहतर पर्यावरण और नदियों में जल की मात्रा बनी रहेगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नदियां मानव जीवन का आधार हैं, प्रदेश की नदियों में कल-कल जल बहे, इसके लिए अब नदियों को बचाने के लिए आमजनों को भी साथ आना होगा। आने वाली पीढ़ी को हम प्रचुर मात्रा में जल और अच्छा पर्यावरण विरासत में दें इसके लिए जग्गी वासुदेव द्वारा छेड़े गए अभियान में हम सबको बढ़-चढ़कर भाग लेना होगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने नर्मदा सेवा यात्रा की तर्ज पर बेतवा को बचाने के लिए सेवा यात्रा निकालने का आान किया। उन्होंने कहा कि बेतवा बरसाती नदी बनकर न रह जाए इसके लिए नदी के दोनों तरफ एक-एक किलोमीटर तक फलदार पौधे लगाए जाएंगे। शासकीय भूमि पर पौधे लगाने का कार्य तो होगा ही, साथ ही साथ निजी भूमिधारक कृषकबंधु भी इस काम में अपनी सहभागिता निभाएं। किसानों के द्वारा अपनी निजी भूमि पर पौधे लगाने पर उन्हें पचास प्रतिशत अनुदान पर शासन पौधे मुहैया कराएगा और शुरू के तीन वर्षो तक संबंधित किसानों को राज्य सरकार द्वारा मुआवजा राशि भी दी जाएगी।
इससे पहले जग्गी वासुदेव और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सपत्नी श्री बाढ वाले गणेश मंदिर के समीप बने बेतवा नदी के तट पर पहुंचकर पूजा अर्चना की। जग्गी वासुदेव ने बेतवा नदी के साथ सेल्फी ली।