उम्र ने किसी चीज पर असर नहीं डाला : अक्षय कुमार
मुंबई, 17 सितम्बर (आईएएनएस)| अभिनेता अक्षय कुमार 50 साल की उम्र के होने के बावजूद अपने लुक, आकर्षक शरीर, स्टंट और अपने जोश से अपनी उम्र को मात देते हैं।
जहां उनका कहना है कि उनका जुनून उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है, वहीं फिल्म उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है कि वह बेहतरीन कहानियों के जरिए खुद में बदलाव और नयापन लाते रहते हैं, जिसने उन्हें सफल होने में मदद की है।
फिल्म ‘सौगंध’ से करियर का आगाज करने वाले और ‘खिलाड़ी’ (1992) से पहली बार सफलता का स्वाद चखने वाले राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता जल्द ही स्टार प्लस के शो ‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ में निर्णायक के रूप में नजर आएंगे।
अभिनेता के रूप में 26 साल की लंबी पारी खेलने वाले अक्षय ने लंबा रास्ता तय किया है। लेकिन उनका कहना है कि किसी भी नई फिल्म से जुड़ने पर वह युवा कलाकारों की तरह उत्साहित होते हैं।
अक्षय ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो.मै मानकर चलता हूं कि मैने दो हफ्ते पहले ही शुरुआत की थी। आप गाना बजाएं ‘वादा रहा सनम’ और मैं उस पर डांस करना शुरू कर दूंगा। मैंने कभी भी अपनी दिलचस्पी और जुनून नहीं खोया।
अक्षय की झोली में फिलहाल ‘पैडमैन’, ‘2.0’ और ‘गोल्ड’ हैं। ये सभी अलग-अलग विधाओं की हैं।
फिल्मों को लेकर अक्षय की रोचक पसंद ही है, जो बॉलीवुड की प्रतिस्पर्धी दुनिया में आज भी उन्हें प्रासंगिक बनाए हुए है और इसी कारण वे आज भी पैसों के मामले में युवा अभिनेताओं को मात दे सकते हैं।
अक्षय के साथ ‘जानवर’ , ‘अंदाज’ आदि फिल्मों मे काम कर चुके फिल्मकार सुनील दर्शन का कहना है कि दर्शक अब उन्हें (अक्षय) लेकर जागरूक हो गए हैं।
उन्होंने कहा, हर फिल्म के साथ वह प्रगति कर रहे हैं और यह उनके जीवन का सौभाग्यशाली दौर है।
फिल्म ‘जोकर’ में अक्षय का निर्देशन कर चुकीं फराह ने कहा, मैं अक्षय को तब से जानती हूं जब वे फिल्म ‘जो जीता वही सिकंदर’ के लिए ऑडिशन देने आए थे..मुझे लगता है कि वह सच्चे सर्वाइवर और इन्वेंटर हैं क्योंकि एक समय वह बी ग्रेड की फिल्में ही किया करते थे और फिर वास्तव में उन्होंने खुद को नए सांचे में ढाला।
फराह ने कहा कि वह एक एक्शन हीरो थे और फिर उन्होंने हास्य भूमिकाएं करनी शुरू कर दी और अब वे सामाजिक तौर पर प्रासंगिक फिल्में करते हैं। यह शानदार बात है कि उनका करियर इतना लंबा रहा है क्योंकि जब उन्होंने शुरुआत की थी, तब वह इतने बड़े कलाकार नहीं थे।