कजाकिस्तान में 70 साल बाद दिखेंगे जंगली बाघ
अस्ताना, 8 सितंबर (आईएएनएस)| कजाकिस्तान में करीब 70 साल बाद जंगली बाघ फिर नजर आएंगे। कुछ समय पहले ये विलुप्त हो गए थे। मीडिया को यह जानकारी शुक्रवार को दी गई।
‘द गार्जियन’ की रिपोर्ट के अनुसार, विश्व वन्यजीव कोष (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) की ओर से मिले समर्थन के तहत काम करने वाली परियोजना के अनुसार, इली-बलखश क्षेत्र में इन जंगली बाघों को फिर देखा जाएगा।
इस परियोजना में एक नए प्राकृतिक रिजर्व क्षेत्र विकसित करने और वन को पूर्वावस्था में लाने की योजना भी शामिल है। यह वनक्षेत्र पशुओं का ऐतिहासिक पनाहगाह रहा है।
अगर यह परियोजना सफल रही, तो कजाकिस्तान वनक्षेत्र में जंगली बाघों को वापस लाने में सफलता हासिल करने वाला ऐसा पहला देश बन जाएगा।
शिकार और आवासीय क्षेत्र प्रभावित होने के कारण मध्य एशिया और इसके आस-पास के क्षेत्रों से कई वन्यजीवों की प्रजातियां विलुप्त हो गई थीं। इनमें जंगली बाघों के साथ-साथ कुल्कन या जंगली गधे और बैक्ट्रियन हिरण भी शामिल थे।
इस परियोजना पर काम करने में कई साल लगे। बाघों के लिए आवासीय क्षेत्र का निर्माण किया गया। वर्ष 2025 में यहां पहला रिजर्व तैयार किया जाएगा।
समाचारपत्र ‘द गार्जियन’ को दिए एक बयान में रूस में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के निदेशक इगोर चेस्टिन ने कहा, कजाकिस्तान और रूस के संरक्षण विशेषज्ञों के बीच इतने साल तक किए गए काम को सलाम। हम इली-बलखश में जंगली बाघों की आबादी को बनाए रखने के लिए सर्वोत्तम क्षेत्र की पहचान कर पाए हैं।
उन्होंने कहा कि इस साझेदारी से आने वाले समय में एक सफल रिजर्व का निर्माण होगा।