अगस्त में विनिर्माण क्षेत्र में सुधार
मुंबई, 1 सितम्बर (आईएएनएस)| देश के विनिर्माण क्षेत्र की सेहत में अगस्त में सुधार देखा गया है, जिसका प्रमुख कारण नए आर्डर, उत्पादन और रोजगार में आई तेजी है। प्रमुख व्यापक आर्थिक आंकड़ों से शुक्रवार को यह जानकारी मिली। निक्केई इंडिया मैन्युफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई), जो कि विनिर्माण क्षेत्र के प्रदर्शन का समग्र संकेतक है, अगस्त में 51.2 पर रहा, जबकि जुलाई में 47.9 पर था। इसमें आई तेजी इस क्षेत्र में सुधार का संकेत है।
इस सूचकांक में 50 से ऊपर का अंक आर्थिक गतिविधियों में सक्रियता का सूचक है, तथा 50 से नीचे का अंक कुल मिलाकर आर्थिक गतिविधियों में मंदी का सूचक है।
इस रपट की लेखिका और आईएचएस मार्किट की प्रमुख अर्थशास्त्री पॉलयाना का कहना है, अगस्त के पीएमआई आंकड़ों से पता चलता है कि भारत तेज गिरावट के बाद जीएसटी लागू होने के बाद तेजी से सुधार कर रहा है।
उन्होंने कहा, जुलाई में कंपनियों ने संकेत दिया था कि आर्डर, उत्पादन और खरीद नए कर शासन के बारे में अस्पष्टता के कारण स्थगित है, लेकिन अब उसमें तेजी वापस लौट आई है, क्योंकि उत्पादक, आपूर्तिकर्ता और उनके ग्राहक जीएसटी दरों के बारे में अधिक जानकार बन चुके हैं।