शिवसेना सांसद गायकवाड़ ने एयर इंडिया पर गुस्सा उतारा
मुंबई | एयर इंडिया के विमान में ड्यूटी मैनेजर की चप्पल से पिटाई करने वाले शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ ने यहां एयरलाइंस पर हमला करते हुए उस पर ‘लोगों से धोखाधड़ी करने तथा घटिया सेवा प्रदान करने’ का आरोप लगाया। बीते 23 मार्च को एयर इंडिया के एक कर्मचारी से गालीगलौच तथा मारपीट करने के बाद एक सप्ताह तक मीडिया से दूर रहे गायकवाड़ ने कहा कि उनका गुस्सा एयरलाइंस द्वारा अक्षम तथा घटिया सेवा को लेकर था न कि बिजनेस क्लास की सीट को लेकर।
गायकवाड़ ने कहा, “मीडिया केवल एयर इंडिया का पक्ष पेश कर रहा है, जो भ्रामक है।”
उन्होंने कहा, “उस दिन पुणे-नई दिल्ली की उड़ान में मेरे पास बिजनेस क्लास का टिकट था और मुझे बिजनेस क्लास का ही बोर्डिस पास जारी किया गया था। विमान में सवार होने तक मुझे यह सूचना नहीं दी गई कि उस विमान में बिजनेस क्लास है ही नहीं।”
जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि उन्होंने कई बार इकोनॉमी क्लास में यात्रा की है, इसलिए उस दिन उन्हें कोई असुविधा नहीं हुई। उन्होंने कहा, “मैं एक आम आदमी हूं और सादा जीवन जीता हूं। मैं गरीबों, किसानों मजदूरों से घुलमिल जाता हूं। इसलिए मेरी चिंता इकोनॉमी क्लास में यात्रा करने को लेकर नहीं थी, बल्कि यात्रियों को टिकट पर दी गई सुविधाएं मुहैया न कराने को लेकर थी।”
गायकवाड़ ने बयान में कहा, “यहां तक कि दूसरी कतार में एक विकलांग यात्री बैठा था, लेकिन उनकी सुविधा के लिए मैंने उन्हें पहली कतार वाली अपनी सीट देने की पेशकश की। बिजनेस क्लास में सीट न मिलने को लेकर मेरे गुस्से की बात को फैलाकर मेरे बारे में लोगों में मेरी गलत छवि बनाई गई।” एयर इंडिया पर अपना गुस्सा उतारते हुए उन्होंने कहा कि यात्रियों को उनके टिकट के हिसाब से सुविधाएं नहीं दी गईं और जब उन्होंने शिकायत पुस्तिका मांगी तो वह उन्हें तब तक नहीं दी गई, जब तक विमान उस दिन दिल्ली में उतर नहीं गया। गायकवाड़ ने कहा कि उन्होंने एयरलाइंस के कर्मचारियों से वरिष्ठ अधिकारियों से मिलाने का आग्रह किया और तब तक वह विमान में ही बैठे रहे।
सांसद ने कहा, “अचानक, सुकुमार नामक एक व्यक्ति तमतमाते हुआ अंदर घुसा और चिल्लाकर कहने लगा, यह सांसद कौन है मैं किसी सांसद को नहीं जानता..मैंने यहां तक कहा कि आप वरिष्ठ नागरिक हैं, शांत रहिए और मुझपर अपना गुस्सा मत उतारिए।”
लेकिन वह शांत नहीं हुए और कहने लगे कि वह बीते 25 वर्षो से सांसदों से निपटते आए हैं और उनके (गायकवाड़) खिलाफ वह मोदी (प्रधानमंत्री) से शिकायत करेंगे, जबकि इस दौरान उनके साथी उन्हें शांत कराने का प्रयास करते रहे। गायकवाड़ ने दावा किया, “वह हालांकि शांत नहीं हुए और मुझपर झपटे और मुझे विमान से बाहर खींचना शुरू कर दिया। लेकिन उनके साथियों ने कहा कि वह पागल हैं और वह उन पर ध्यान नहीं दें। उन्होंने एक सांसद के रूप में मेरे पद का अपमान किया और यहां तक कि प्रधानमंत्री का नाम तक लिया।”