धरने पर बैठे तेलंगाना के पूर्व सांसद गिरफ्तार
हैदराबाद | तेलंगाना के पूर्व सांसद और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता वी. हनुमंत राव को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह कथित रूप से एक पुलिस अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार के आरोप में अपने खिलाफ ‘झूठा’ मामला दर्ज होने के विरोध में धरने पर बैठे हुए थे। इससे एक दिन पहले ही पुलिस ने उनके खिलाफ एक पुलिस अधिकारी से दुर्व्यवहार करने और उसे आधिकारिक कत्र्तव्य पालन से रोकने का मामला दर्ज किया था। राव सोमाजीगुडा क्षेत्र में राजीव गांधी की मूर्ति के आगे धरना दे रहे थे।
इस धरना-प्रदर्शन में कई कांग्रेसी नेता शामिल हुए, जिसमें तेलंगाना विधानसभा में विपक्ष के नेता के. जना रेड्डी भी शामिल थे। जब इस विरोध प्रदर्शन के कारण यातायात जाम लगने लगा तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
राव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव भी हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) विपक्षी नेताओं की गतिविधियों पर रोक लगा रही है। वरिष्ठ नेता ने उस वक्त एक बड़े विवाद को जन्म दे दिया, जब एक पुलिस अधिकारी पालापति सुधाकर द्वारा उन्हें मीडिया पॉइंट का उपयोग करने से रोका गया और यह सूचित किया गया कि यह केवल विधानसभा और विधानपरिषद सदस्यों के लिए है।
इस पर पूर्व सांसद ने गुस्साते हुए पुलिस इंस्पेक्टर से कहा, “तेरी मां का, तू मुझे रोकने वाला कौन होता है? तुम सत्ताधारी दल के एजेंट की तरह काम कर रहे हो।” जब इस घटना का वीडियो वायरल हुआ तो उस पुलिस अधिकारी ने अपने आप को काफी अपमानित महसूस किया। उस अधिकारी ने शुक्रवार को फेसबुक पर साझा किए गए एक बयान में कहा कि वह अपनी नौकरी से इस्तीफा देना चाहता है।
सुधाकर ने कहा कि राव ने उनके साथ इसलिए दुर्व्यव्यहार किया, क्योंकि वह अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इस घटना की अनदेखी पर नाखुशी जताई।
इंस्पेक्टर के इस फेसबुक पोस्ट के बाद पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें अपने पद पर बने रहने के लिए राजी किया।