जेएनयू के विद्यार्थियों, पुलिस में संघर्ष
नई दिल्ली | दिल्ली पुलिस और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के विद्यार्थियों के बीच यूजीसी इमारत के बाहर एक विरोध प्रदर्शन के दौरान संघर्ष हो गया। विद्यार्थी यूजीसी अध्यक्ष से मुलाकात की मांग कर रहे थे। पुलिस ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) कार्यालय की ओर जाने वाले मार्ग पर अवरोधक लगा दिया था और प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों को कार्यालय परिसर में घुसने के खिलाफ एक चेतावनी पट्टिका भी लगा दी थी।
दोनों पक्षों के बीच संघर्ष उस समय हुआ, जब पुलिस ने विद्यार्थियों को जबरन अवरोधक से दूर कर दिया। पुलिस ने कुछ विद्यार्थियों की पिटाई कर दी, जिसके कारण विद्यार्थी उग्र हो गए और उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने आईएएनएस से कहा, “हम सिर्फ यूजीसी अध्यक्ष से मिलना चाहते हैं। पुलिस हमारा संदेश भी उन तक नहीं पहुंचाने दे रही है। हमारा विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण है।”
यह विरोध प्रदर्शन एम.फिल और पी.एचडी पाठ्यक्रमों में सीट कटौती के खिलाफ था। विश्वविद्यालय ने सीट कटौती का आदेश दिया था, जिसे दिल्ली उच्च न्यायालय ने बरकरार रखा है। यह आदेश यूजीसी की एक अधिसूचना के बाद जारी किया गया, जिसमें किसी प्राध्यापक द्वारा गाइड किए जाने वाले विद्यार्थियों की संख्या सीमित कर दी गई है।
पहले एम.फिल और पी.एचडी की कुल 1,000 से अधिक सीटें थीं, जो अब घटकर 102 हो गई हैं।
इसके पहले विद्यार्थियों ने बहादुरशाह जफर मार्ग पर भी विरोध प्रदर्शन आयोजित किया, जिसके कारण यातायात जाम हो गया। जेएनयू के एक विद्यार्थी ने आईएएनएस से कहा, “हमें मजबूरन सड़क पर प्रदर्शन करना पड़ रहा है, क्योंकि पुलिस ने हमें यूजीसी के बाहर विरोध प्रदर्शन नहीं करने दिया।”