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दिल्ली में 51 दिव्यांग जोड़े परिणय सूत्र में बंधे

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नई दिल्ली | दिल्ली के पंजाबी बाग में रविवार को आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में 51 दिव्यांग और निर्धन जोड़े परिणय सूत्र में बंध गए। विवाह स्थल पर 51 वेदियां बनाई गई थीं और वृंदावन से पधारे प्रख्यात पुजारियों ने विवाह की रश्म पूरी करवाई। नारायण सेवा संस्थान की ओर से समारोह का आयोजन राष्ट्रीय राजधानी के पंजाबी बाग स्थित जन्माष्टमी पार्क में किया गया था। समारोह में दूल्हे और दुल्हनों के परिजनों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया और शादी की रश्में धूमधाम और उल्लास के साथ संपन्न हुआ। विवाहित जोड़ों को घरेलू सामान भी उपहार स्वरूप दिए गए।
इस मौके पर नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल, संस्थान की निदेशक वंदना अग्रवाल और नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक कैलाश मानव भी मौजूद थे। नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कहा, “सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन दिव्यांगों और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को समाज की मुख्यधरा से जोड़ने हेतु संस्थान का एक प्रयास है।”
नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक कैलाश मानव ने कहा, “हमारे समाज को संवेदनशील बनाने की जरूरत है, क्योंकि समय के साथ लोग आत्मकेंद्रित और असंवेदनशील होते जा रहे हैं। ये सभी विवाहित जोड़े अब एक खुशहाल वैवाहिक जीवन की तरफ बढ़ रहे हैं। इन जोड़ों में ज्यादातर वे युवक-युवतियां हैं जिनका परिचय मानव सेवा संस्थान के अस्पताल में इनके निशुल्क इलाज के दौरान हुआ था। संस्थान की तरफ से चलाए गए रोजगार कार्यक्रमांे के जरिए वे आत्मनिर्भर हुए हैं।”
संस्थान का यह लगातार 28वां सामूहिक विवाह कार्यक्रम था। इससे पहले 15 जून, 2016 को रामलीला मैदान में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में 92 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधे थे, जबकि जनवरी, 2016 में पंजाबी बाग में आयोजित समारोह में 101 युवक और युवतियों ने अपना-अपना जीवनसाथी चुना था।

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