सीनियर पायलट थे लेकिन बहुत ही डाउन टू अर्थ रहते थे, पड़ोसियों ने यूं किया हादसे में जान गंवाने वाले पायलट सुमित सभरवाल को याद
मुंबई। अहमदाबाद विमान हादसे ने कई परिवारों को ऐसा गम दे दिया जिसे वो जिंदगी भर नहीं भूल सकते। उन्हीं में से एक हैं वरिष्ठ पायलट सुमित सभरवाल, जिनकी भी इस दुर्घटना में जान चली गई। सुमित मुंबई के पवई इलाके की जलवायु विहार सोसायटी में अपने 88 वर्षीय पिता के साथ रहते थे। उनके करीबी दोस्तों के मुताबिक, सुमित जल्द ही अपनी नौकरी से रिटायर होने की योजना बना रहे थे, ताकि वे अपने पिता की देखभाल पूरी तरह खुद कर सकें।
परिवार को प्राथमिकता देने वाले इंसान
पूर्व लेफ्टिनेंट माल सिंह, जो उनके करीबी मित्र हैं, ने बताया कि सुमित अपने पिता की सेवा को लेकर बेहद गंभीर थे। उन्होंने कहा, “सुमित अक्सर मुझसे कहते थे कि अब वह रिटायर होकर अपने बुजुर्ग पिता का पूरा ध्यान रखना चाहते हैं। आज के दौर में ऐसा समर्पण दुर्लभ है।”
पड़ोसियों के चहेते और सेवा-भाव से भरपूर
सुमित के पड़ोसी राजपाल सिंह राणा ने उन्हें याद करते हुए कहा, “वह न केवल एक उम्दा पायलट थे, बल्कि बेहद सादगी से जीवन जीने वाले व्यक्ति भी थे। हर सुबह अपने पिता को सोसायटी के परिसर में टहलाने ले जाते थे। उनका व्यवहार और जीवनशैली हर किसी के लिए प्रेरणा थी।”
मिलनसार और जमीन से जुड़े इंसान
माल सिंह ने आगे कहा कि सुमित बेहद मिलनसार और शालीन स्वभाव के थे। उन्होंने कभी किसी से ऊंची आवाज़ में बात नहीं की, और सोसायटी में सभी उन्हें बेहद आदर की नजर से देखते थे। कुछ ही समय पहले उन्होंने कहा था कि वह अब पूरी तरह से अपने पिता की सेवा में लगना चाहते हैं।
अब अकेले रह गए पिता
इस दर्दनाक हादसे के बाद सुमित के पिता अब अकेले रह गए हैं। उनका इकलौता सहारा चला गया। यह हादसा सिर्फ एक विमान दुर्घटना नहीं, बल्कि कई जिंदगियों की दिशा बदल देने वाली त्रासदी बन गया है।