तलवार से पुलिसकर्मी का हाथ काटने वाले निहंग सिखों का क्या है इतिहास, जानिए
पंजाब के पटियाला में बिना कर्फ्यू पास के मंडी के अंदर जाने से रोकने पर निहंग सिखों ने पुलिसकर्मियों पर तलवारों से हमला कर दिया। इस हमले में उन्होंने पुलिसवालों को जख्मी कर दिया और एक एएसआई का हाथ ही काटकर अलग कर दिया। घटना के बाद निहंग सिख गुरुद्वारे में छिप गए थे, जिसके बाद कमांडो ऑपरेशन के बाद आरोपियों को पकड़ लिया गया है।
जानिए कौन होते हैं निहंग सिख
निहंगों को उनके आक्रामक व्यक्तित्व के लिए जाना जाता है। परंपरागत हथियार रखने वाले सिखों को ही निहंग सिख माना जाता है। सिख धर्म पर हमला हो जाए तो ये निहंग सिख आखिरी सांस तक अपने धर्म की रक्षा करते हैं।
सांसारिक वस्तुओं न जुड़ा
सिखों में निहंग का मतलब है जो निर्भय हो। ऐसा सिख जो सांसारिक वस्तुओं न जुड़ा होगा। निहंगों की पहचान ये होती है कि वो नीले रंग के कपड़े पहनते हैं और सर पर एक फीट ऊंची पगड़ी बांधते हैं, जिसके सबसे ऊपर दुमाला लगी होती है।
निहंगों का लिबास सिखों में पूरी तरह से नज़र आता अलग
ये हमेशा हथियारों से लैस होते हैं जिनमें चक्र या खंडा जैसे हथियार प्रमुख हैं। इनके अलावा ये हमेशा खंजर, चाकू और अलग-अलग आकार की तलवारें (किरपान) और लोहे की चेन से भी सुसज्जित रहते हैं। कुल मिलाकर निहगों का लिबास सिखों में पूरी तरह से अलग नजर आता है।
निहंग सिखों पर होता था ये जिम्मा
10 गुरुओं के समय पर निहंग सिख सिख गुरुओं के रक्षक तथा पहरेदार होते थे। गुरुओं द्वारा लिखे गए ग्रंथों तथा धार्मिक लेखों की सुरक्षा का जिम्मा निहंग सिखों पर होता था।
अंतिम सांस तक धर्म की रक्षा में जुटे रहते
अगर किसी सिख धर्म गुरु या सिख धर्म पर किसी प्रकार का भी प्रहार होता था तो निहंग सिख आगे बढ़कर उसकी रक्षा करते थे। यह लोग पूर्ण रूप से सिख धर्म के प्रति समर्पित होते हैं तथा अंतिम सांस तक धर्म की रक्षा में जुटे रहते हैं।
अमेरिका में सामने आ रहे कोरोना के ऐसे केस, जिसने वैज्ञानिकों की उड़ा दी नींद