आखिर कितना सच है गर्मी में कोरोना का खात्मा, जानिए
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के संक्रमित लोगों की तदाद दिन प्रतिदिन तेजी से बढ रही है। अभी तक इस वायरस ने लगभग 168 देशों में दस्तक दे दी है। अलग-अलग देश की सरकारों ने अपने नागरिकों के लिए कड़े इंतजाम करें हैं जिससे यह वायरस और आगे ना फैल सके। लेकिन इसे लेकर अफवाहों का बाजार भी गर्म है और इस कारण लोगों के मन में कई तरह के सवाल हैं।
अलग-अलग जगह अलग अलग तरीके के दावे किए जा रहे हैं जैसे कई लोगों की माने तो गर्मी से यह वायरस खत्म हो सकता है। कई दावों में पानी को गर्म करके पीने की सलाह दी जा रही है। यहां तक कि नहाने के लिए गर्म पानी के इस्तेमाल की बात कही जा रही है।
कुछ दिन पहले सोशल मीडिया में भी अलग-अलग तरीके लोगों के द्वारा बताए गए। एक पोस्ट जिसे कई देशों में हजारों लोगों ने शेयर किया है, उसमें दावा किया गया कि गर्म पानी पीने और सूरज की रोशनी में रहने से इस वायरस को मारा जा सकता है। इस दावे में आइसक्रीम को ना खाने की सलाह भी दी गई। इतना ही नहीं इस मैसेज के साथ फर्जी तरीके से यह भी बताया जा रहा है कि ये तमाम बातें यूनिसेफ ने कही हैं।
लेकिन आप सब इन फर्जी दावों पर यकीन ना करें आइए हम बताते हैं कि कैसे आप कोरोना से बच सकते हैं।
आइसक्रीम और ठंडी चीजों से दूर रहने की बात
इन दावों के बारे में और जानने के लिए यूनिसेफ के लिए काम करने वालीं चार्लेट गोर्निज्क से संपर्क किया गया। उन्होंने इन दावों को सिरे से नकारते हुए इन्हें भ्रामक बताया। उनका कहना है, ‘हाल ही में एक मैसेज यूनिसेफ के नाम से ऑनलाइन फैलाया जा रहा है कि आइसक्रीम और ठंडी चीजों से दूर रहने से इस वायरस से बचा जा सकता है, यह पूरी तरह से झूठा मैसेज है।’
व्यक्ति के छींकने पर
जब कोरोना वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उसके थूक के बेहद बारीक कण हवा में फैल जाते हैं। इन्हीं नन्हें कणों के जरिए कोरोना वायरस फैलता है। व्यक्ति के छींकने पर एक वक्त पर थूक के 3,000 से अधिक कण यानी ड्रॉपलेट्स शरीर से बाहर आते हैं।
संक्रमित व्यक्ति के नजदीक जाने पर
संक्रमित व्यक्ति के नजदीक जाने पर ये कण सांस के रास्ते आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। कभी कभी ये कण कपड़ों, दरवाजों के हैंडल और आपके सामान पर गिर सकते हैं। उस जगह पर किसी का हाथ पड़े और फिर वो व्यक्ति उसी संक्रमित हाथ से अपनी आंख, नाक या मुंह छूता है तो उसे कोरोना वायरस संक्रमण हो सकता है।