फेंक दोगे गूगल मैप, जल्द आ रहा मैपिंग का यह स्वदेशी एडवांस्ड सिस्टम
अब तक आपको अपने शहर के बारे में किसी तरह की जानकारी लेने के लिए गूगल मैप या किसी अन्य ऐप का सहारा लेते होंगे। ये सब करने के बाद भी आपको सही जानकारी नहीं मिल पाती है। लेकिन अगर हम आपसे कहें कि एक ऐसा ऐप या सिस्टम आने वाला है जिससे आप एक ही प्लेटफॉर्म पर अपने इलाके की हर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं तो क्या आप यकीन करेंगे ?
जी हां, अब आपको अपने शहर के सभी विभागों, सेक्टरों, गलियों, प्रॉपर्टी के अलावा सीवर, पानी और बिजली की लाइनों की हर जानकारी एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलने वाली है। इस प्लेटफॉर्म का नाम ‘जियॉग्राफिक इन्फर्मेशन सिस्टम’ है। इस सिस्टम के जरिए आप को अपने शहर की सीवर, पानी और दूसरी समस्याओं की शिकायत भी कर सकेंगे।
आम जनता के इस्तेमाल के लिए यह सिस्टम अप्रैल से काम शुरू कर देगा। अभी यह सुविधा ‘वन मैप गुड़गांव’ के नाम से सिर्फ हरियाणा के गुड़गांव शहर में मुहैया कराई जा रही है, लेकिन जल्द ही इस सुविधा को उत्तर भारत के अन्य शहरों में भी मुहैया कराया जाएगा।
दावा किया जा रहा है कि यह नॉर्थ इंडिया का पहला और इंडिया का चौथा ऐसा सिस्टम है, जिससे जनता को हर जानकारी एक ही जगह यानी प्लेटफॉर्म पर मिल सकेगी।
जीआईएस के आने से शहरों में होने वाली असुविधाओं के बारे में जनता को सीधे तौर पर प्रशासन से शिकायत करने का अधिकार हासिल हो सकेगा। जीआईएस को बनाने का काम दो साल से जारी है। बताया जा रहा है कि जीआईएस के आने से लोग गूगल मैप और अन्य मैपिंग ऐप को भूल जाएंगे। अब तक इस सिस्टम में सभी विभागों से जानकारी लेकर इसमें फीड की जा चुकी है। इनमें इन्फ्रास्ट्रक्चर, पावर, एमसीजी, हेल्थ, पुलिस, प्लैनिंग और हूडा की डीटेल शामिल है।
जीआईएस को और एडवांस्ड बनाने के लिए इसमें केंद्र सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ साइंस के सहयोग से ड्रोन से मैपिंग करके शहरों का डेटा लिया जा रहा है। जीआईएस को पूरा होने में अब कुछ ही समय बाकी है। सिस्टम का करीब 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है और अप्रैल के महीने तक जनता के लिए इसे शुरू कर दिया जाएगा।