अक्षय कुमार ने छोड़ा बॉलीवुड, राज्यसभा में मोदी के बगल में बैठे आएंगे नज़र!
नई दिल्ली। राज्यसभा भारतीय लोकतंत्र की ऊपरी प्रतिनिधि सभा है। राज्यसभा में 250 सदस्य होते हैं। कला, विज्ञान, साहित्य आदि क्षेत्रों में से 12 सदस्य भारत के राष्ट्रपति के द्वारा नामांकित होते हैं। इन्हें ‘नामित सदस्य’ कहा जाता है। अन्य सदस्यों का चुनाव होता है। राज्यसभा में सदस्य 6 साल के लिए चुने जाते हैं, जिनमे एक-तिहाई सदस्य हर 2 साल में सेवा-निवृत होते हैं। राज्यसभा कभी भंग नहीं होती है।
राज्यसभा में मनोनीत की जाने वाली 12 हस्तियों में से तीन का कार्यकाल अप्रैल में खत्म होने जा रहा है। संयोग की बात है कि ये तीनों हस्तियां मुंबई में ही रहती हैं- व्यवसायी अनु आगा, क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर तथा फिल्म अभिनेत्री रेखा। अब इनकी सीटों पर जगह पक्की करने के लिए फिल्म इंडस्ट्री और लेखकों के बीच रेस शुरू हो गई है।
इस रेस के लिए कई लोगों का नाम सामने आ रहा है जिसमें अक्षय कुमार, गजेंद्र चौहान, जूही चावला का नाम सामने आ रहा है। साथ ही सलमान खान के पिता सलीम खान, विवेक ओबेरॉय के पिता सुरेश ओबेरॉय, ऋषि कपूर, जैकी श्रॉफ, वहीदा रहमान, आशा पारेख, मधुर भंडारकर और अनुपम खेर के नाम भी इसके लिए सामने आ रहे हैं।
आपको बता दें कि राज्यसभा सीट पर कौन दावेदारी करेगा ? इसको लेकर अभी सिर्फ अटकले चल रही हैं। महिलाओं के लिए शौचालय निर्माण, प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान और शहीद जवानों के लिए धनसंग्रह में सक्रियता दिखाकर राष्ट्रवादी होने का बार-बार परिचय दे चुके अक्षय कुमार राज्यसभा में प्रवेश पा सकते हैं। अगर कनाडा की उनकी नागरिकता को लेकर कोई परेशानी पेश आई तो उनकी सास डिंपल कापड़िया के नाम पर विचार हो सकता है, जो अल्पसंख्यक समुदाय से हैं और गुजराती भाषी भी।