सरकार ने चीनी से निर्यात शुल्क हटाया
नई दिल्ली, 20 मार्च (आईएएनएस)| केंद्र सरकार ने देश से चीनी निर्यात को सुगम बनाने की कोशिश में चीनी पर लागू 20 फीसदी निर्यात शुल्क हटा लिया है।
वित्त मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि कच्ची और सफेद, दोनों प्रकार की चीनी पर निर्यात शुल्क 20 फीसदी की जगह अब शून्य होगा।
इस साल देश में चीनी का का रिकॉर्ड उत्पादन होने की संभावनाओं से पिछले दिनों चीनी की कीमतों में गिरावट का दौर बना रहा जिससे घरेलू चीनी मिलों की ओर से लगातार चीनी से निर्यात शुल्क हटाए जाने की मांग की जा रही थी। इससे पहले पिछले महीने सरकार ने विदेश से सस्ती चीनी के आयात पर प्रतिबंध लगाने को लेकर आयात शुल्क 50 फीसदी से बढ़ाकर 100 फीसदी कर दिया था।
चीनी मिलों का संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने चालू गन्ना पेराई वर्ष 2017-18 (अक्टूबर-सितंबर)में चीनी का उत्पादन 295 लाख टन होने का अनुमान जारी किया है, जोकि अब तक का रिकॉर्ड उत्पादन है। पिछले साल देश में 203 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
इस्मा के अनुसार 15 मार्च तक देश में चीनी का उत्पादन चालू सत्र में 258.06 लाख टन हो चुका था, जोकि पिछले साल की समान अविध के मुकाबले 82.56 लाख टन ज्यादा रहा।
देश में इस साल चीनी की खपत 250 लाख टन के करीब रहने की उम्मीद जताई जा रही है। इस तरह 45 लाख टन का आधिक्य माना जा रहा है। ऐसे में चीनी मिलों की मांग है कि सरकार चीनी निर्यात को सुगम बनाए। माना जा रहा है कि इसी क्रम में चीनी से निर्यात शुल्क हटाया गया है। चीनी मिलों के संगठनों का कहना है कि कम से कम 20 लाख टन चीनी का निर्यात करने की जरूरत है।
नेशनल फेडरेशन ऑफ को-ऑपरेटिव शुगर फैक्टरीज लिमिटेड के एमडी प्रकाश नाइकनवरे ने कहा कि निर्यात शुल्क समाप्त करने से चीनी के दाम में कोई फर्क विशेष फर्क नहीं आएगा। तात्कालिक 50-100 प्रति कुंटल की बढ़त देखी जा सकती है क्योंकि अभी कोई निर्यात नहीं होने जा रहा है।
उन्होंने कहा, हमारी मांग है कि सरकार चीनी निर्यात पर 2015 की तरह ही प्रोत्साहन स्कीम घोषित करे।