रियल सोशल नेटवर्किं ग एप और स्टार्टअप मीटोनिक ने जीता पुरस्कार
पुणे, 8 फरवरी (आईएएनएस)| पुणे स्थित स्टार्टअप मीटोनिक ने ‘टेकस्टोरी हसल 2018’ कार्यक्रम में सबसे लोकप्रिय स्टार्टअप बनने का पुरस्कार जीता है। मुंबई एंजेल इनवेस्टर के सीईओ चांदनी जाफरी ने पुणे स्थित स्टार्टअप मीटोनिक को यह पुरस्कार दिया। इस कार्यक्रम में कई स्टार्टअप ने अपने काम और फन का जौहर दिखाया, लेकिन लोगो को मीटोनिक एप का आइडिया और कॉन्सेप्ट बेहद पसंद आया।
इस एप के माध्यम से आप चेक इन कर सकते हैं। मिलने के लिए मनपसंद लोगों की तलाश शुरू कर सकते हैं और जिस व्यक्ति से मिलना है, उससे चैटिंग कर मुलाकात का कार्यक्रम तय कर सकते हैं।
इस एप को विशेष रूप से इस तरह डिजाइन किया है कि कभी भी, कहीं भी और किसी भी तरीके से लोगों की मुलाकात हो सके। इससे आप भीड़ में कभी अकेले नहीं रहेंगे। आप इस पल में जीना शुरू कीजिए। इस एप के जरिए सिर्फ उन्हीं लोगों को देखा जा सकता है, जो उपलब्ध हैं और एक दूसरे से मिलना चाहते हैं। इस एप के प्रयोग से लोगों से मिलने का मौका काफी अधिक होता है। इससे आपकी लोकेशन डिटेल भी किसी अजनबी को पता नहीं लगती।
मीटोनिक नए और सार्थक लोगों को मिनटों में जोड़ने में उनकी मदद कर सकता है और इसे विभिन्न जगहों पर इस्तेमाल किया जा सकता है। मीटोनिक हवाईअड्डों, शॉपिंग मॉल, इवेंट्स, कॉलेज कैंपस, ऑफिस, हाउसिंग सोसाइटीज और घूमने की जगहों पर इस्तेमाल किया जाता है। मीटोनिक एप ऐसे लोगों की तलाश में हमारी मदद करती है, जो हमारे आसपास ही होते हैं।
इस मामले की तह में जाने पर पता चलता है कि नेटवर्किं ग एप के मौजूदा माहौल में सारे लोग डिजिटल रूप से एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। मीटोनिक अपनी तरह का पहला एप है, जो आपको असल जिंदगी में लोगों से मिलने का मौका मुहैया कराता है।
मीटोनिक एप के संस्थापक खुशबू और संकेत अग्रवाल सगे भाई-बहन हैं। उनका कहना है कि हमारी ऐप लोगों को ज्यादा से ज्यादा एक दूसरे से मिलने और उन्हें अपने समय का बेहतर ढंग से उपयोग करने का मौका तो मुहैया कराती ही है, इसके साथ वह उन्हें असामाजिक बनने से बचाती है। अजनबियों से मिलने और बातचीत की झिझक को खत्म करती है और समाज में एक-दूसरे के प्रति विश्वास बनाने में आखिरकार मदद करती है।
यह एप गूगल ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है।