‘पद्मावत’ के विरोध में बस हमले की बॉलीवुड हस्तियों ने निंदा की
मुंबई, 25 जनवरी (आईएएनएस)| फरहान अख्तर, सुधीर मिश्रा और विशाल डडलानी जैसी बॉलीवुड हस्तियों ने बच्चों और स्टाफ को ले जा रही एक स्कूल बस पर श्री राजपूत करणी सेना के कार्यकताओं द्वारा किए गए हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे आतंकवादी करतूत तक करार दे डाला। गुरुग्राम में बच्चों और स्टाफ को ले जा रही एक स्कूल बस पर पत्थर भी फेंका गया। हालांकि, किसी के घायल होने की खबर नहीं है।
बॉलीवुड कलाकारों ने इस घटना पर ये विचार व्यक्त किए :
फरहान अख्तर : स्कूल बस पर हमला करना आंदोलन नहीं है। यह आतंकवाद है। जिन लोगों ने यह किया वे आतंकवादी हैं। कृपया उनको यही कहें।
प्रकाश राज : करणी सेना ने एक स्कूल बस पर हमला किया, मेरे देश के बच्चे भय से कांप रहे हैं और रो रहे हैं। निर्वाचित सरकार मुंह फेरे हुए है। विपक्षी पार्टियां कूटनीतिक रूप से प्रतिक्रिया दे रही हैं..क्या आप सबको हमारे बच्चों की सुरक्षा की ताक पर अपनी वोट बैंक की राजनीति करने पर शर्मिदगी नहीं महसूस हो रही।
सुधीर मिश्रा : इन दिनों कोई भी कृत्य चाहे वह परोपकारी हो नफरत भरा, निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को खुश करने के लिए किया जाता है। मैं यह जानना चाहता हूं कि वे कौन लोग हैं जो बच्चों के ऊपर हमले का समर्थन करते हैं।
विशाल डडलानी : प्रिय नरेंद्र मोदी जी। आज ही भाजपा सरकार के नेतृत्व वाले एक राज्य में स्कूली बच्चों से भरी बस पर गुंडों ने हमला किया। यह ‘बहस’ नंवबर से हो रही है। चार राज्यों में आपकी सरकार अपराधियों के एक झुंड को काबू करने में विफल रही है। क्या कम से कम आप उन लोगों की सार्वजनिक रूप से निंदा करेंगे?
अनुभव सिन्हा : प्रिय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, हम आपकी चुप्पी से उतना ही हैरान हैं, जितनी औरों के चुप्पी साधने से। एक बढ़िया विपक्षी पार्टी को इंसाफ के लिए सड़कों पर होना चाहिए। आप इस अराजकता के लिए उतने ही जिम्मेदार हैं जितना कोई और।
राज कुंद्रा : हम खुद को प्रगतिशील भारत कहते हैं? इस खबर से नफरत हो गई हैं। मैं व्यक्तिगत तौर पर अपराधियों को फांसी पर लटका दूंगा। अतीत के सम्मान की रक्षा के लिए तुम अपना वर्तमान और भविष्य बर्बाद कर रहे हो और बच्चों से भरी बस पर हमला कर रहे हो? कोई भी सच्चा राजपूत ऐसे जघन्य काम नहीं करेगा। शर्म आती है तुम पर।
शिरीश कुंदेर : जो बची-खुची इज्जत बची थी, वह भी बच्चों के स्कूल बस पर हमला करने से चली गई।