नम्रता शिरोडकर : जिनकी जिंदगी में आए 2 महेश
नई दिल्ली, 21 जनवरी (आईएएनएस)| वर्ष 1993 में मिस इंडिया का ताज अपने नाम करने वाली सुंदरी नम्रता शिरोडकर इस साल अपना 46वां जन्मदिन मना रही हैं। बॉलीवुड की यह अभिनेत्री नम्रता शिरोडकर इन दिनों लाइमलाइट से बिल्कुल दूर हैं।
मिस इंडिया बनने के बाद नम्रता सुर्खियों में आई थीं। वह मिस यूनिवर्स की प्रतियोगिता में भी पांचवें स्थान पर रही थीं। महाराष्ट्र के एक ब्राह्मण परिवार में 22 जनवरी, 1972 को जन्म लेने वाली नम्रता शिरोडकर की बड़ी बहन शिल्पा शिरोडकर मशहूर अभिनेत्री रही हैं। इनकी दादी भी बीते जमाने की मशहूर अभिनेत्री थीं, जिनका नाम था मीनाक्षी। नम्रता पहली बार स्विम सूट पहनकर बड़े पर्दे पर आईं तो चर्चा का केंद्र बन गईं।
इनकी शिक्षा मीठीबाई विश्वविद्यालय में हुई। नम्रता का बचपन भी फिल्मी माहौल में बीता। बहन और दादी की तरह उन्होंने भी अभिनय को ही अपने जीवन का मुख्य ध्येय बनाना सही समझा।
नम्रता ने अपने करियर की शुरुआत 1993 में मॉडलिंग से की। इसके बाद उन्होंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। फिल्म ‘जब प्यार किसी से होता है’ में उन्होंने छोटी सी भूमिका निभाई। यह उनकी पहली फिल्म थी। इस फिल्म के पहले भी उन्होंने फिल्म ‘पूरब की लैला, पश्चिम का छैला’ साइन की थी, लेकिन यह फिल्म रिलीज नहीं हो सकी। इसके बाद वह एक सुपरहिट फिल्म ‘वास्तव’ में संजय दत्त के साथ दिखाई दीं। एक सफल फिल्म होने के बाद भी इसका कोई प्रभाव नम्रता के करियर पर नहीं पड़ा।
फिल्म ‘पुकार’, ‘हेराफेरी’, ‘अस्तित्व’ ‘कच्चे धागे’, तेरा मेरा साथ रहे’ और ‘एलओसी कारगिल’ जैसी फिल्मों में नम्रता ने बहुत अच्छा काम किया, लेकिन इन फिल्मों में इनका सहयोग कम था। इसके बाद उन्होंने दक्षिण की फिल्में करनी शुरू कर दीं।
लगातार कई फ्लॉप फिल्में देने के बाद भी नम्रता बॉलीवुड में बनी रहीं। फिल्म ‘वास्तव’ की शूटिंग के दौरान उनका अफेयर महेश मांजरेकर के साथ हुआ, लेकिन वे ज्यादा दिन साथ नहीं रह पाए।
साल 2000 में तेलुगू फिल्म ‘वानसी’ की शूटिंग के दौरान उनकी मुलाकात दक्षिण के सुपरस्टार महेश बाबू से हुई। महेश बाबू, नम्रता से उम्र में तीन साल छोटे हैं। मगर कुछ साल बाद दोनों ने फरवरी, 2005 में शादी कर ली। उनके दो बच्चे हुए- गौतम और सितारा।
नम्रता आखिरी बार फिल्म ‘ब्राइड एंड प्रेजुडिस’ और ‘रोक सको तो रोक लो’ में नजर आई थीं। फिल्म ‘वास्तव’ के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के तौर पर आईफा पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। शादी के बाद उन्होंने अपनी अभिनय की जिंदगी से मुंह मोड़ लिया और पारिवारिक जिंदगी में व्यस्त हो गईं।