क्या लड़के ही लड़कियों को छेड़ते हैं, लड़कियां नहीं…
नई दिल्ली। आज के समय में हमारा समाज बिल्कुल बदल चुका हैं। अगर एक लड़का किसी लड़की को स्टॉक करता है तो लड़की उसके खिलाफ केस दर्ज करा सकती है। उस लड़के पर छेड़छाड़ करने का मामला चलेगा और उसके लिए जेल भी होगी। लेकिन अगर एक लड़की किसी लड़ेक को स्टॉक करे तो क्या लड़की को सजा होगी।
जी नहीं बिल्कुल नहीं, कोई भी पुलिस एक महिला के खिलाफ स्टॉकिंग का केस कैसे दर्ज कर सकती है ये हो ही नहीं सकता । “ ये कहना है दिल्ली हाइकोर्ट का। इस बात को दिल्ली हाइ कोर्ट ने एक महिला को स्टॉकिंग के जुर्म में गिरफ्तार किए जाने पर पुलिस को कहा । इस मामले की अगली सुनवाई जनवरी में होनी है। लेकिन कोर्ट की इस बात को सुनने के बाद हमारा मन हमें कुछ बातों के बारे में सोचने को विवश कर देता है। जैसे कि क्या सिर्फ लड़कियां हैरस्मेंट का शिकार होती हैं। क्या छेड़छाड सिर्फ लड़के ही करते हैं। लड़कियों द्वारा लड़को की स्टॉकिंग को अपराध क्यों नहीं माना जाता।
इस मामले को समझने के लिए सबसे पहले यें जानना जरुरी है कि इन सब कि शरुआत कैसे होती है। अगर कोई लड़का किसी लड़की को अजीब निगहों से देखता है। उसका पीछा करता है, सोशल मीडिया पर मैसेज कर करके परेशान करने जैसी हरकतें करता है तो उसे स्टॉकिंग कहते हैं। इसके खिलाफ महिलाएं पुलिस में कंप्लेंट कर सकती हैं। स्ट़ॉकिंग के अपराधी को पांच साल की सजा और जुर्माना भरना पड़ता है। लेकिन ये नियम सिर्फ महिलाओं के साथ हुई स्टॉकिंग के अपराध में है। अगर लड़कियां स्टॉक करती हैं – यही चीजें एक लड़के के साथ करें तो उसके लिए कोई सजा प्रावधान नहीं। यहां तक कि हमारा समाज इस बात को स्वीकार भी नहीं करता कि लड़कियां स्टॉक करती हैं– लड़कों के साथ भी ऐसी चीजें होती हैं लेकिन असल जिंदगी में ये सब बहुत आम है।
वहीं कुछ लडकों का मानना है कि कुछ लड़कियां स्टॉक करती हैं– उनसे जबरदस्ती रिश्ता बनाने की कोशिश करती हैं। मैसेज कॉल करके परेशान करती हैं। खुद को मारने की भमकी देती हैं। जिस वजह से कई बार कुछ लड़के डिप्रेशन में भी चले जाते हैं। लेकिन वो इसकी शिकायत करें भी तो कहां। पुलिस के पास जाएंगे तो क्या पता पुलिस खुद उन्हीं को गुनेहगार बता दें।
वही अगर लड़कियों की बात करें तो एक सर्वे के अनुसार बहुत सी लड़कियों ने माना कि कोई लड़का पसंद आने पर वो उसे सोशल मीडिया पर स्टॉक करती हैं। पर यहां हमारे कहने का मतलब ये नहीं है कि लड़कियां स्टॉक करती हैं या लड़के स्टॉक करते हैं हम तो बस इतना कहना चाहते हैं कि इंसान होने के नाते अपराध कोई भी कर सकता है और अगर लड़के के अपराध करने पर सजा है तो उसी अपराध को अगर लड़कियां करे तो उनके लिए भी सजा प्रवाधान होना चाहिए। अगर हम बात करेंं तो हमारे समाज में कई मुद्दे ऐसे हैं जिनके बारे में जानते तो सब लोग हैं लेकिन सोच के कारण बात करना पसंद नहीं करते।