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रामदेव धुरंधर को श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य सम्मान

नई दिल्ली, 15 दिसंबर (आईएएनएस)| उर्वरक क्षेत्र की प्रमुख सहकारी संस्था इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (इफको) द्वारा प्रतिवर्ष दिए जाने वाले ‘श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य सम्मान’ के लिए इस वर्ष मॉरीशस के वरिष्ठ हिंदी कथाकार रामदेव धुरंधर को चुना गया है।

देवी प्रसाद त्रिपाठी की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने धुरंधर का चयन उनकी साहित्य-साधना और व्यापक साहित्यिक अवदान को ध्यान में रखकर किया है। चयन समिति में वरिष्ठ आलोचक नित्यानंद तिवारी और मुरली मनोहर प्रसाद सिंह के अलावा वरिष्ठ कथाकार चंद्रकांता और वरिष्ठ कवि डॉ. दिनेश कुमार शुक्ल शामिल थे।

निर्णायक मंडल के निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने कहा, मॉरीशस के हिंदी लेखक के चयन से इस सम्मान को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिलेगी। भारतवंशियों की संघर्ष गाथा को मुखरित करने वाले रामदेव धुरंधर का सम्मान भारतीय परंपरा और संस्कृति का भी सम्मान है।

धुरंधर का चर्चित उपन्यास ‘पथरीला सोना’ छह खंडों में प्रकाशित है। अपने इस महाकाव्यात्मक उपन्यास में उन्होंने किसानों-मजदूरों के रूप में भारत से मॉरीशस आए अपने पूर्वजों की संघर्षमय जीवन-यात्रा का कारुणिक चित्रण किया है। उन्होंने ‘छोटी मछली बड़ी मछली’, ‘चेहरों का आदमी’, ‘बनते बिगड़ते रिश्ते’, ‘पूछो इस माटी से’ जैसे अन्य उपन्यास भी लिखे हैं। ‘विष-मंथन’ तथा ‘जन्म की एक भूल’ उनके दो कहानी संग्रह हैं। इसके अलावा उनके कई व्यंग्य संग्रह और लघुकथा संग्रह भी प्रकाशित हैं।

मूर्धन्य कथाशिल्पी श्रीलाल शुक्ल की स्मृति में वर्ष 2011 में शुरू किया गया यह सम्मान प्रति वर्ष किसी ऐसे हिंदी लेखक को दिया जाता है, जिसकी रचनाओं में ग्रामीण और कृषि जीवन से जुड़ी समस्याओं, आकांक्षाओं और संघर्षों को मुखरित किया गया हो। अब तक विद्यासागर नौटियाल, शेखर जोशी, संजीव, मिथिलेश्वर, अष्टभुजा शुक्ल एवं कमलाकांत त्रिपाठी को यह सम्मान प्रदान किया गया है।

सम्मानित साहित्यकार को एक प्रतीक चिह्न्, प्रशस्तिपत्र तथा ग्यारह लाख रुपये का चेक प्रदान किया जाता है। रामदेव धुरंधर को यह सम्मान 31 जनवरी, 2018 को नई दिल्ली में एक समारोह में दिया जाएगा।

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