‘गोवा ने दो सालों में 1.76 करोड़ टन लौह अयस्क का किया निर्यात’
पणजी, 15 दिसम्बर (आईएएनएस)| गोवा में 44 खदानों से पिछले दो साल में कुल 3.23 करोड़ टन लौह अयस्क का खनन किया गया। वहीं, इस अवधि में केवल 1.76 करोड़ टन लौह अयस्क का ही निर्यात किया गया। मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने शुक्रवार को विधानसभा को यह जानकारी दी। पर्रिकर गोवा के खनन मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि कई खनन पट्टे पर दिए गए हैं, लेकिन उन्हें पट्टे पर लेनेवालों ने ‘आर्थिक कारणों’ से परिचालन शुरू नहीं किया है।
कांग्रेस के विधायक जेनीफर मोंसेरेटे के एक सवाल का पर्रिकर ने राज्य विधानसभा में चल रहे शीत सत्र में लिखित जवाब देते हुए कहा, साल 2015 के सितंबर से 2017 के अक्टूबर तक कुल 3.23 करोड़ टन लौह अयस्क निकाला गया। निर्यात केंद्र सरकार के सीमा शुल्क और केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग के तहत आते हैं, हालांकि 2015 के सिंतबर से 2017 के नवंबर तक कुल 1.76 करोड़ टन लौह अयस्क का निर्यात किया गया।
मोंसेरेटे के एक अन्य सवाल के जवाब में पर्रिकर ने कहा कि राज्य कुल 32 खनन क्षेत्र है, जहां परिचालन शुरू नहीं हुआ है, जबकि उन पट्टों का नवीकरण भी किया गया है।
पर्रिकर ने कहा, ज्यादातर खनन क्षेत्रों को सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार है, जो संरक्षित क्षेत्र से एक किलोमीटर की परिधि में बफर जोन में आते हैं। बाकी खनन क्षेत्र कानूनी आवश्यकता का पालन कर रहे हैं या आर्थिक कारणों से संचालित करने में असमर्थ हैं।