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केरल टूरिज्म ने पर्यटन नीति 2017 पेश की

तिरुवनंतपुरम, 22 नवंबर (आईएएनएस)| केरल के पर्यटन और देवास्वोम मंत्री कडकम्पल्ली सुरेन्द्रन ने बुधवार को केरल की नई पर्यटन नीति 2017 का अनावरण किया, जिसमें युवा पर्यटकों, पेशेवरों, विद्यार्थियों और कलाकारों को राज्य के प्रति आकर्षित करने के लिए नए व्यक्तिपरक उत्पादों का निर्माण करने का लक्ष्य तय किया गया है।

आधिकारिक बयान में बताया गया कि यह नीति दिव्यांगों और ट्रांसजेंडर्स की सक्रिय भागीदारी पर जोर देती है और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये राज्य भर में रिस्पांसिबल टूरिज्म के मिशन को लागू करती है।

केरल के पर्यटन विभाग ने पर्यटकों के लिए अच्छी गुणवत्ता की सेवा सुनिश्चित करने और पर्यटन क्षेत्र में खराब अभ्यासों को रोकने के लिये केरल पर्यटन विनियमन प्राधिकरण (केटीआरए) की स्थापना का प्रस्ताव दिया है। यह सर्वोच्च प्राधिकरण विभिन्न साझीदारों के कार्य पर निगरानी रखेगा। संभावित निवेशकों, विशेषकर प्रवासी भारतीयों के सहायता के लिये एक निवेश इकाई का गठन किया जाएगा।

मंत्री ने नई नीति के उद्देश्य के बारे में कहा, राज्य के विभिन्न गंतव्यों में आधारभूत संरचना सुविधाओं में सुधार जरूरी है। नई नीति का लक्ष्य स्थानीय निकायों, जैसे अपशिष्ट प्रबंधन और सड़कों के पुनर्निर्माण के साथ मिलकर पर्यटन उद्योग के प्रमुख मुद्दों को संबोधित करना है। राज्य के पर्यटन में दुनिया भर के सभी कोनों से यात्रियों को आकर्षित करने के लिए अपार क्षमता है।

उन्होंने आगे कहा, रिस्पांसिबल टूरिज्म मिशन के अनुसार, केरल टूरिज्म ने सभी क्षेत्रीय निकायों और प्राधिकरणों को केरल के सभी गंतव्यों में ग्रीन प्रोटोकॉल लागू करने और उसका पालन करने का निर्देश दिया है।

राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये केरल पर्यटन ने विदेशों में अपने अभियान को मजबूत करने की योजना बनाई है। इसके अतिरिक्त, पर्यटन विभाग ने जदयुपारा पर्यटन परियोजना की तरह चयनित स्थानों को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) द्वारा विकसित करने की योजना बनाई है।

केरल टूरिज्म के निदेशक एवं कन्नूर अंतर्राष्ट्रीय विमानतल के प्रबंध निदेशक पी. बाला किरण ने कहा, इस वर्ष केरल टूरिज्म ने दिव्यांगों, वृद्ध पर्यटकों और ट्रांसजेंडर्स के लिए सुगम और दोस्ताना स्थान बनाने के लिए नई आधारभूत संरचना विकास परियोजनाएं शुरू करने की योजना बनाई है।

टूरिज्म बोर्ड ने आयुर्वेद सेंटर्स, हाउसबोट और अन्य सेवाओं के लिए सख्त नियमों के साथ वर्गीकरण तंत्र में संशोधन करने की भी योजना बनाई है। इसके अतिरिक्त, होटलों द्वारा मुहैया कराई जाने वाली सेवा की गुणवत्ता के आधार पर उनके लिए विशेष रेटिंग की भी पेशकश की गई है।

पर्यटन नीति के लक्ष्य के बारे में केरल सरकार में पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव डॉ. वेणू वी. ने कहा, हमारा एकमात्र उद्देश्य वर्ष 2021 तक विदेशी पर्यटकों के आगमन को दोगुना करना और घरेलू पर्यटकों के आगमन में 50 प्रतिशत की वृद्धि करना है।

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