‘एस दुर्गा’ पर भरोसा करने वाले सनल पर गर्व है : अपूर्व असरानी
मुंबई, 22 नवंबर (आईएएनएस)| फिल्म लेखक एवं संपादक अपूर्व असरानी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि फिल्मकार सनल कुमार शशिधरन ने फिल्म ‘एस दुर्गा’ पर भरोसा जताया और 48वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में फिल्म की स्क्रीनिंग के लिए न्याय की लड़ाई लड़ी। केरल उच्च न्यायालय की एक एकल पीठ ने गोवा में चल रहे फिल्म महोत्सव में मलयालम फिल्म ‘एस दुर्गा’ को दिखाए जाने का निर्देश दिया है।
असरानी ने मंगलवार को ट्वीट किया, बहुत अच्छा! जिस दिन इंडियन पैनोरमा श्रेणी का उद्घाटन किया गया, उसी दिन अदालत ने इफ्फी को ‘एस दुर्गा’ प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। यह सनल कुमार शशिधरन के लिए एक बड़ी जीत है और इससे लोकतंत्र में मेरा विश्वास बना हुआ है। मैं अब फेस्टिवल में फिल्म देखने के लिए उत्सुक हूं।
अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की पैनोरमा श्रेणी से फिल्म ‘एस दुर्गा’ और ‘न्यूड’ को हटाने से नाराज असरानी ने इंडियन पैनोरमा अनुभाग से इस्तीफा दे दिया था, इससे पहले फिल्म निर्माता सुजॉय घोष ने भी इफ्फी के इंडियन पैनोरमा वर्ग की निर्णायक समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
असरानी ने एक बयान में कहा, सड़कों पर महिलाओं को गंदी नजर से देखा जाता है, फिर मंदिरों में उनकी पूजा क्यों की जाती है? ‘एस दुर्गा’ ने शानदार ढंग से इस प्रश्न के उत्तर की खोज की है और एक जूरी के रूप में हम इस फिल्म का पक्ष लेकर गर्व महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, मैं नहीं जानता कि इस फिल्म को कैसे और क्यों हटाया गया, लेकिन मैं मानता हूं कि अगर हमारी सूचना एवं प्रसारण मंत्री इस फिल्म को देखेंगी, तो वह भी इसका समर्थन करेंगीे। वह खुद एक सशक्त महिला हैं।
असरानी ने कहा, मुझे बहुत गर्व है कि सनल ने फिल्म पर भरोसा दिखाया और ऐसे महत्वपूर्ण फेस्टिवल में फिल्म की स्क्रीनिंग के लिए लड़ाई लड़ी।