Uncategorized

..जब विकास बहल को बिहार के विकलांग युवक की याद आई

पटना, 10 नवंबर (आईएएनएस)| अगर लंदन में भारत के किसी फिल्म निर्देशक को बिहार के एक छोटे से गांव के विकलांग युवक याद आ जाए, तो इसे आप आश्चर्य ही कहेंगे, मगर यह हकीकत है।

आमतौर पर यह माना भी जाता है कि फिल्मों की चकाचौंध दुनिया में रहने वाले लोगों को गांव के विकलांग युवक से क्या लेना-देना। लेकिन फिल्म निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखक विकास बहल को पटना के देवदहा गांव के विकलांग युवक सर्वजीत की याद न केवल लंदन में आई, बल्कि वहां से इस विकलांग युवक के लिए एक ऐसा तोहफा भी लेकर उसके गांव आए, जिसे सर्वजीत ताउम्र नहीं भूलना चाहता।

दरअसल, विकास बहल करीब तीन महीने पूर्व सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार पर फिल्म (बायोपिक) बनाने के सिलसिले में उनके गांव पटना जिले के धनरूआ थाना क्षेत्र के देवदाहा गांव पहुंचे थे। इसी दौरे के क्रम में उन्होंने दोनों पैरों से विकलांग युवक सर्वजीत को देखा था और उसके विषय में जानकारी प्राप्त की थी।

सर्वजीत दोनों पैरों से विकलांग है और पूरी तरह खड़े नहीं हो सकते। वह खुद भले ही घुटने के बल चलता हो, लेकिन गांव के बच्चों को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है। सर्वजीत सुबह से शाम तक गांव के बच्चों को पढ़ाता है और उन्हें आगे बढ़ने का सपना दिखाता है।

फिल्म क्वीन’ चर्चित विकास बहल जब सर्वजीत से मिले, तब उन्हें उनकी घुटने के सहारे चलने की तकलीफ का अहसास हुआ। इसी दौरान बहल जब लंदन गए तब उन्हें वहां सर्वजीत की याद आई और उन्होंने वहां घुटने में लगाने वाला विशेष तरीके का पैड खरीदा। इसके बाद बहल ने पटना आकर सर्वजीत को यह उपहार दिया।

इंटरमीडिएट तक की शिक्षा ग्रहण कर चुके 26 वर्षीय सर्वजीत आज इस पैड को पाकर काफी खुश हैं। उन्होंने आईएएनएस से कहा, मैंने सुना था कि फिल्मी दुनिया में ज्यादातर लोग मतलबी होते हैं और चकाचौंध की जिंदगी में उन्हें गरीबों की याद नहीं आती, लेकिन ऐसे सभी लोग नहीं होते।

वह कहते हैं, अब इस पैड को लगाकर चलने में ज्यादा तकलीफ नहीं होती।

उनका कहना है कि अब इसके सहारे आसपास के गांवों में जाएंगे और वहां के बच्चों को भी पढ़ाएंगे।

सर्वजीत ने अपने गांव के रहने वाले आनंद की प्रशंसा करते हुए कहा, आज आनंद भइया के कारण ही बहल जी यहां तक आए और उन्हें ऐसा उपहार दे गए। इस उपहार को मैं जीवनभर नहीं खोना चाहूंगा।

इधर, मजदूरी का काम करने वाले सर्वजीत के पिता रामदेव प्रसाद भी बच्चे की इस मदद के लिए विकास बहल को अशीर्वाद देते हुए कहते हैं, हम जैसे गरीबों के लिए यह पैड बहुत बड़ी बात है। इसके विषय में न हम लोग जानते थे और न सुनी था और ना ही इसके खरीदने की क्षमता है। अब बचपन से विकलांग इस सर्वजीत को चलने में आराम होगा।

उल्लेखनीय है कि विकास बहल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने के लिए चर्चित संस्थान सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार एक बायोपिक बना रहे हैं। इस बायोपिक में आनंद की भूमिका में ऋतिक रोशन हैं।

Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close