वाह तो ये है छलनी से चांद व पति का चेहरा देखने का सीधा कनेक्शन
लखनऊ। सभी महिलाओं को करवा चौथ व्रत का लंबे समय से इंतजार था और आज वह इंतजार खत्म हुआ। इस बार करवा चौथ रविवार (8 अक्टूबर) यानि आज है। करवा चौथ में महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। हालांकि, आजकल कई पति भी अपनी पत्नी के लिए व्रत रखते हैं।
महिलाएं अपना व्रत छलनी से चांद देखकर तोड़ती हैं। इसके बाद छलनी से ही अपने पति का चेहरा भी देखती हैं। छलनी से अपने पति का चेहरा देखने के पीछे एक कथा या क्या महत्व है कभी आपने इस विषय पर सोचा है अगर नहीं तो आइये हम आपको बताते हैं इसकी पूरी कथा।
ये भी पढ़ें : करवा चौथ : पति समझे पत्नी के मन की, ऐसे बढ़ेगा रिश्तों में मिठास
यह है मान्यता
एक स्त्री थी, जिसका नाम वीरवती था। कहा यह जाता है कि वीरवती ने विवाह के पहले वर्ष करवा चौथ का व्रत रखा। दिनभर कुछ न खाने व पीने की वजह से उसकी तबीयत खराब होने लगी। उसकी यह हालत उसके भाई देख रहे थे। उन्होंने फौरन एक पेड़ के पीछे जलता दिया रख दिया। इसके बाद वीरवती से कहने लगे कि चंद्रमा निकल आया है।
ये भी पढ़ें : करवा चौथ : व्रत में भूलकर भी न करें ये भूल, पढ़ें पूरी खबर
वीरवती ने जलता दिया देखकर अपना व्रत तोड़ दिया। मान्यता है कि इसके कुछ दिनों बाद पति की मौत हो गई। वीरवती को पूरी कहानी पता चली तो उसने फिर से व्रत रखा और छलनी से चंद्रमा की पूजा की। इसके बाद उसका पति वापस जीवित हो गया।
करवा चौथ में छलनी से पति को देखने के पीछे मनौवैज्ञानिक वजह भी है। लोगों का मानना है कि जब महिला अपने पति को छलनी से देखती है तो उसके अंदर के सारे गंदे विचार छन कर निकल जाते हैं और फिर उसके सभी विचार और भावनाएं शुद्ध हो जाती हैं।
यह है पूजन की विधि व शुभ मुहूर्त
इस बार करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 16 मिनट से 7 बजकर 30 मिनट तक का है। जबकि चंद्रोदय शाम को 8 बजकर 40 मिनट पर होगा।